सैलाब तो आना ही था – कमलेश आहूजा  : Moral Stories in Hindi

“हेलो माँ मैं निधि बोल रही हूँ आप जल्दी से हमारे पास जाओ। इनकी तबियत ठीक नहीं है।” बहू का इतने दिनों बाद फोन आया वो भी बेटे के स्वास्थ्य को लेकर तो सुगंधा चिंतित हो गई। घबराकर बोली-“क्या हुआ प्रतीक को?” “कल ऑफिस में अचानक इनकी तबियत बहुत खराब हो गई थी। ऑफिस के … Read more

बेचारे मूलचंद जी –   विभा गुप्ता: Moral Stories in Hindi

 बालक मूलचंद जब स्कूल जाते थे..अपने मित्रों को अपने पिता से हठ करने की बातें सुनते तो उनकी ही बड़ी इच्छा होती थी कि वो भी हठ करने का स्वाद चखे।बस.. एक दिन अपने पिता से हठ कर बैठे कि दो पहिये की साइकिल चाहिये ही वरना स्कूल नहीं जाऊँगा।जवाब में पिता सिर पर एक … Read more

पति अपना और उससे जुड़े रिश्ते ..??- संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” कृति बड़ी जल्दी ऑफिस ज्वाइन कर लिया तुमने। तुमने तो एक महीने की छुट्टी ली थी ना ?” अपनी सहकर्मी कृति को ऑफिस में देखकर रूपाली ने पूछा। ” बस यार घर में बोर हो रही थी सोचा वापिस ऑफिस ही ज्वाइन कर लूं !” कृति बोली। ” बोर और वो भी इकीस  दिन … Read more

ई का करत हो बहुरानी… – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

पहला दिन था इसलिए उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। करे तो क्या करें?शादी कर के कल रात को ही तो इस घर में आई थी, सुबह सवेरे मड़वा में पूजा करने के बाद पंडित जी ने कहा अपने से बड़ों का आशीर्वाद ले लो ।सामने बहुत सारी महिलाएँ खड़ी थी।अब सब के पाँव … Read more

टी- सेट – करुणा मालिक 

दीदी! आज शाम को आप और भइया इधर आ जाना चाय पर, उज्ज्वल को देखने लड़की वाले आ रहे हैं ।  अच्छा….. वे ही देहरादून वाले ? जो रिश्ता रागिनी ने बताया था? या कोई और?  हाँ दीदी, वहीं लोग हैं । अच्छा… एक बार इधर आकर नज़र तो डाल जाइए , नाश्ते में रखने … Read more

अफसोस – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

कैंसर अस्पताल के उद्घाटन का समारोह था। सामने दीवार पर एक बड़ी सी तस्वीर मुस्कुरा रही थी।तस्वीर से झांकती हुई दो आंखें जैसे अपने दोनों हाथों से डॉक्टर नीरज को आशीर्वाद दे रहीं हों  “जुग जुग जियो बेटा!” डॉक्टर नीरज ने तस्वीर पर माल्यार्पण किया और फिर आगे बढ़ कर तस्वीर के सामने रखे हुए … Read more

असली मूल्य रिश्तों का होता है – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

दिव्या जी के पति के बड़े ताऊ जी का निधन हो गया था और उनकी तेरहवीं में शामिल होने के लिए सभी परिवारजनों को बुलाया गया था। दिव्या जी के मना करने के बावजूद उनके पति ने उन्हें समझाया कि यह केवल एक दिन का ही तो मामला है, शाम तक सबसे मिलकर, दावत खाकर … Read more

मायका एक बेटी का – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

कविता और उसका परिवार एक बड़े और सुविधासंपन्न शहर में रहता था। उसके पति एक अच्छी नौकरी करते थे, और घर में सभी आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध थीं। हर तरह के सुख-साधन होने के बावजूद कविता का मन अपने मायके के छोटे शहर में बसता था, जहाँ वह अपना बचपन बिताई थी। एक दिन जब कविता … Read more

निर्णय – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

कीर्ति का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। वह बचपन से ही होशियार, सुसंस्कृत और आत्मविश्वास से भरपूर थी। कीर्ति ने पढ़ाई में हमेशा अच्छे अंक प्राप्त किए और अपने माता-पिता का नाम रोशन किया। कीर्ति की शादी एक अच्छे परिवार में हुई थी। लेकिन जल्द ही उसे एहसास हुआ कि उसके पति में … Read more

मान सम्मान – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

अंजना जी की  जेठानी कुछ समय के लिए उनके घर आईं थीं। वे उम्र में काफी बड़ी थीं और अपने जीवन के कठिन दौर से गुजर रही थीं। जीवन में समय का पहिया ऐसे घूमा कि अब वे खुद किसी के सहारे की तलाश में थीं। वे पहले से ही काफी धनवान थीं और अपने … Read more

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