मुक्ति… – डा.मधु आंधीवाल

 शुभा जैसे ही बिस्तर पर लेटी रात के 12 बजे थे । फोन की घन्टी घनघनाने लगी ।  डा. जोशी बोल रहा हूँ आप आईये अजय की तबियत अधिक खराब है उसको फिर दौरा पड़ा है।        शुभा हास्पिटल भागी वह सोच रही थी उसकी जिन्दगी भी बचपन से ऐसे ही भाग रही है।  वह अतीत … Read more

ज़िन्दगी में खुश रहना है तो – रश्मि प्रकाश

पता नहीं ये ज़िन्दगी भी जाने क्या क्या रंग दिखाती है … ये उतार चढ़ाव.. कभी ख़ुशी तो कभी गम दे जाती है… और ये बारिश भी आज यूँ झमाझम बरस रही है मानो मेरे आंसुओं के सैलाब को अपने साथ बहा ले जाना चाहती हो…मैं इन्हीं सब ख़्यालों में खोई थी की मेरे कंधे … Read more

हाय रे ये पार्टी  – पूजा मनोज अग्रवाल

पतिदेव बालकनी मे बैठे चाय की चुस्कियों का आनन्द लेते हुए अखबार पढ रहे थे,,,,अजी सुनती हो ,,,, इधर आओ,,। अपनी सुबह की चाय का कप लेकर हम भी पतिदेव के साथ चाय पीने बैठ गये   । अखबार मे नजरें गडाए हुए ही  पतिदेव बोले ,,”” ,,,परसो मिश्रा जी का कॉल आया था,,,  सोमवार … Read more

 *छल* –  किरण केशरे

 कुमुद आज बहुत गिलटी फील कर रही थी ; एक ऐसी बात की, जिसकी जिम्मेदार वह बिल्कुल नही थी । आज सरिता की सगाई थी, होटल श्री माया से लेकिन उसने उसे इनवाइट नही किया था ! उसकी सबसे प्यारी सखी उसे याद आ रही थी वो शाम जब वह सरिता से कैमेस्ट्री के नोट्स … Read more

भीड़ – श्रीमति पुष्पा ठाकुर

अश्विन जी आज रोज से कुछ ज्यादा ही लेट हो रहे थे ,कल की मीटिंग की जानकारी जो बनाना था ।पत्नी निशा बार बार उन्हें ऑफिस से जल्दी निकलने की बात कह रही थीं और वो हर बार बस एक ही जवाब दे रहे थे – ‘हां बस पांच मिनट ‘ आखिर किसी तरह साढ़े … Read more

क्या औरत अपनी पसंद का खाना भी नही खा सकती? – संगीता अग्रवाल

” मम्मी जी आज खाने में कटहल की सब्जी बना लेती हूं आप जरा बाहर सब्जी वाले से ला दे !” पंद्रह दिन पहले ब्याह कर आई रुचि ने अपनी सास नलिनी जी से कहा। ” नही नही कटहल की सब्जी हमारे यहां कोई नही खाता तुम ऐसा करो अपने पापा जी की पसंद की … Read more

महालक्ष्मी व्रत कथा

प्राचीन काल की बात है, एक गाँव में एक ब्राह्मण रहता था। वह ब्राह्मण नियमानुसार भगवान विष्णु का पूजन प्रतिदिन करता था। उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने उसे दर्शन दिये और इच्छा अनुसार वरदान देने का वचन दिया। ब्राह्मण ने माता लक्ष्मी का वास अपने घर मे होने का वरदान मांगा। ब्राह्मण … Read more

मार्गशीर्ष महालक्ष्मी व्रत कथा

स्थापना पूजा एवं व्रत की विधि* *1* यह व्रत पूजा करने से माता महालक्ष्मी प्रसन्न होती है, तथा सुख शान्ति एवं धन संपत्ति प्राप्त होती है। यह व्रत करने वाले स्त्री तथा पुरुष दोनों मन से स्वस्थ एवं आनंदमय होने चाहिये।इस व्रत को किसी भी महीने के प्रथम गुरुवार ( बृहस्पतिवार) से शुरु कर सकते … Read more

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा

उत्पन्ना एकादशी का महत्त्व: धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने कार्तिक शुक्ल एकादशी अर्थात प्रबोधिनी एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा करके मुझे मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी के विषय में भी बतलाइये। इस एकादशी का क्या नाम है तथा इसके व्रत का क्या विधान है? इसकी विधि क्या … Read more

रविवार (इतवार) व्रत कथा

 विधि :सर्व मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु रविवार का व्रत श्रेष्ठ है ।  इस व्रत की विधि इस प्रकार है ।  प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त हो स्वच्छ वस्त्र धारण करें ।  शान्तचित्त होकर परमात्मा का स्मरण करें ।  भोजन एक समय से अधिक नहीं करना चाहिये ।  भोजन तथा फलाहार सूर्य के प्रकाश रहते ही कर … Read more

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