क्या यही प्यार है – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

देखो जी , मैं कैसी लग रही हूँ? मोहिनी ने नई साड़ी पहनकर इठलाते हुए पूछा। सुदंर मोहन ने बगैर मोहिनी की और देखे ही कहा। हमेशा की तरह मोहिनी चिढ़ सी गई। वो भी कैसी बेवक़ूफ़ है, आज तीस साल हो गए शादी को, फिर भी मोहन को समझ नहीं पाई। अजीब ही बंदा … Read more

हैप्पी! वैलेंटाइन डे – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

पाखी कई दिनों से बाजार जाने की सोच रही थी लेकिन कभी कोई काम आ गया तो कभी कोई मेहमान आ गया। कभी ख़ुद की तबियत ठीक नहीं तो कभी पतिदेव को साथ जाने की फ़ुरसत नहीं। आख़िर एक दिन वो अकेली ही निकल पड़ी गाड़ी उठाकर मार्किट की तरफ। इंतजार करने की भी हद … Read more

“अनकही पीड़ा” – मीरा सजवान ‘मानवी’ : Moral Stories in Hindi

छोटे शहर की पुरानी हवेली में रहने वाली कुसुम देवी को मोहल्ले में एक अनुशासित, संस्कारी और सख्त सास के रूप में जाना जाता था। उनके बेटे रोहित की शादी एक साल पहले स्नेहा से हुई थी। स्नेहा पढ़ी-लिखी, सुशील, और स्वभाव से बेहद शांत लड़की थी। उसने शादी के बाद घर को अपना मानकर … Read more

गुड़िया – रत्ना पांडे : Moral Stories in Hindi

राधा के हाथों में अपनी बेटी आलिया की गुड़िया देखते ही उसकी माँ सानिया ने राधा से वह गुड़िया छीनते हुए अपनी नौकरानी पुष्पा से कहा, अरे पुष्पा अपनी बेटी को क्यों लेकर आती हो, आलिया की इतनी महंगी-महंगी गुड़िया रोज-रोज गंदी कर देती है। क्या करूँ मैडम जी उसे घर पर अकेली छोड़ कर तो नहीं आ … Read more

अदरक वाली चाय – कंचन श्रीवास्तव आरज़ू : Moral Stories in Hindi

अखबार का पन्ना पलटते हुए रूबी सोच रही आज काम पर जायें कि ना जाये ,मन नही कर रहा जाने का,  वैसे वो छुट्टी लेती नही पर आज तबियत कुछ ढीली लग रही ,कल रात बारिश में भीगने के कारण नाक में सुरसुरी सी हो रही , सोच रही ले ले आखिर सी . एल  … Read more

मिठू की लोहड़ी – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

रिनी और मिनी दोनों बहने आज बहुत खुश थी। रिनी दस साल की थी और मिनी तीन साल की । उनका छोटा भाई मिठू तो सिरफ दस महीने का था।वैसे तो खुशी की वजह लोहड़ी का त्यौहार भी था। लेकिन उससे ज़्यादा खुशी थी मिठू की पहली लोहड़ी । जैसा कि हमारे देश में कई … Read more

सही सोच – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

आज बहुत देर कर दी सैर से लौटते हुए, कब से नाश्ता बना कर रखा है रेखा ने नाश्ता परोसते हुए पति मानव से कहा। बस वैसे ही, थोड़ी देर राजीव जी के पास खड़ा हो गया रास्ते में। शायद तुमने ध्यान नहीं दिया, वो जो सात नं वाला घर है हमारी गली में एक … Read more

सासूमाँ के साथ उनका हुनर भी चला गया – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

         कसम से माँ जी क्या जैम बनाईं हैं आप ……मैंने तो जिंदगी में इतना टेस्टी जैम नहीं खाया ….वो भी अमरूद का …..!! आपके हाथों में जादू है माँ जी , जादू …..। अपनी सासू माँ की तारीफ करते नहीं थक रही थी रोली …… !!          सच ही तो है जया देवी को जेली , … Read more

सीख – सुनीता मुखर्जी “श्रुति “: Moral Stories in Hindi

आराधना की प्रथम पोस्टिंग महानगर में हुई। वह बड़ी-बड़ी इमारतें, मॉल, सिनेमा घर, और पार्क और भीड़ भाड़ देखकर अवाक थी । उसने यह सब टेलीविजन में देखे था। एक छोटे से गांव की बाला …कम उम्र में ही उसका विवाह हो गया।  विवाह के पश्चात उसने पढ़ाई करने की ठानी,और यह संकल्प लिया कि … Read more

मोह – खुशी : Moral Stories in Hindi

सरला जी एक कर्तव्यनिष्ट महिला थी सुबह स्कूल जाना स्कूल जाने से पहले घर का सारा काम करती थी।पहले नौकर कहा हुआ करते थे उनके पति राघव भी स्कूल में अध्यापक थे पर वो दिन की शिफ्ट में जाते थे।पहले वो चूल्हे पर सारा खाना बना कर जाती।पर फिर उन्होंने राघव जी से कहा गैस … Read more

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