बुजुर्ग दंपति-Bujurg-danpati

रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाले लड़के की नजरें अचानक एक बुजुर्ग दंपति पर पड़ी

उसने देखा कि वो बुजुर्ग पति अपनी पत्नी का हाथ पकड़कर उसे सहारा देते हुए चल रहा था ।

थोड़ी दूर जाकर वो दंपति एक खाली जगह देखकर बैठ गए ।

कपड़ो के पहनावे से वो गरीब ही लग रहे थे ।

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तभी ट्रेन के आने के संकेत हुए और वो चाय वाला अपने काम में लग गया।

शाम में जब वो चाय वाला वापिस स्टेशन पर आया तो देखा

कि वो बुजुर्ग दंपति अभी भी उसी जगह बैठे हुए है ।



वो उन्हें देखकर कुछ सोच में पड गया ।

देर रात तक जब चाय वाले ने उन बुजुर्ग दंपति को उसी जगह पर देखा

तो वो उनके पास गया और उनसे पूछने लगा:

बाबा आप सुबह से यहाँ क्या कर रहे है ?आपको जाना कहाँ है ?

बुजुर्ग पति ने अपना जेब से कागज का एक टुकड़ा निकालकर चाय वाले को दिया और कहा:

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बेटा हम दोनों में से किसी को पढ़ना नहीं आता,

इस कागज में मेरे बड़े बेटे का पता लिखा हुआ है ।

मेरे छोटे बेटे ने कहा था कि अगर भैया आपको लेने ना आ पाये तो किसी को भी ये पता बता देना,

आपको सहीजगह पहुँचा देगा ।



चाय वाले ने उत्सुकतावश जब वो कागज खोला तो उसके होश उड़ गये ।

उसकी आँखों से एका एक आंसूओं की धारा बहने लगी ।

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उस कागज में लिखा था कि

“कृपया इन दोनों को आपके शहर के किसी वृध्दाश्रम में भर्ती करा दीजिए, बहुत बहुत मेहरबानी होगी”

दोस्तों ! धिक्कार है ऐसी संतान पर

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