शुभ विवाह – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

पहलगाम की खूबसूरत वादियाॅं, देवदार और चिनार के पेड़ दूर-दूर तक बिछी सफेद बर्फ की चादर यह सभी खूबसूरत नजारे आज स्नेहा और अभि की शादी के गवाह बनने जा रहे थे। इन्हीं खूबसूरत नजारों के बीच आज स्नेहा और अभि सात फेरों के अटूट और खूबसूरत बंधन में बंधने जा रहे थे। स्नेहा को … Read more

पोता का विवाह – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

पहिला उछाव मोरे राम के बिआह, गीत गुनगुनाते हुए रचना जी रसोईघर मे काम कर रही थी। तभी उनके पति सुबह की सैर करके आए और उन्हें रसोईघर मे गुनगुनाते हुए काम करते देखकर खुश होते हुए बोले, आज बड़ी ख़ुश लग रही हो कामवाली के आने के पहले ही चाय चूल्हे पर चढ़ गईं … Read more

अब तो पड़ जाएगी न तुम्हारे कलेजे में ठंडक – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

समय की पुकार, पर्यावरण की संभाल-      “ सुरेखा, तुम्हें कितनी बार समझा चुकी हूं कि गीला और सूखा कूड़ा अलग अलग रखा करो , और कितना पानी बर्बाद कर देती हो बर्तन साफ करते समय, जब ना जरूरत हो तो नल बंद कर दिया करो, और देखो पोछां लगाते समय सारे घर के पंखे चला … Read more

सुधार ली भूल – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

आज फिर नमक तेज कर दिया सब्जी में? चिल्लाते हुए उदित बोला तो रश्मि कांप गई, थोड़ी सी चख के देखी, ठीक तो है बिल्कुल..इन्हें क्या हो गया है आजकल, बात बेबात चिड़चिड़े हो जाते हैं, उसने सोचा। दिल कहीं और रहता है क्या? उसके पास आए ही उदित ने कहा तो रश्मि की आँखें … Read more

पछतावा – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

चंदनपुर गांव में रहते थे लाला हरदयाल, किराने की छोटी सी दुकान के मालिक,बाप दादा की काफी जमीन थी जिसपर खेती बाड़ी का काम भी करते साथ में।बहुत मेहनती और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे, उनके पड़ोस में रहता बनवारी लाल जो उनकी समृद्धि से चिढ़ता था,कहने को उसके पास भी खेत खलिहान की कमी … Read more

नई ऊर्जा – कंचन श्रीवास्तव आरज़ू : Moral Stories in Hindi

उम्र के तीसरे पड़ाव पर आकर राम बाबू एक दम खामोश हो गए पहले तो थोड़ा बहुत बोलते भी थे वो भी पत्नी से मगर अब उससे भी नही बोलते।जो मिल जाये खा लेते हैं जो मिल जाये पहने लेते हैं, यूं कह लो कि बस जैसे तैसे अपनी जिंदगी गुजारा रहे हैं। बिना किसी … Read more

“लंपट” – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi

सुरसती चौधराइन ने करवट बदली तो खाट खाली खाली सी दिखयी दी. टटोलकर देखा तो भरतार कीरत राम चौधरी खाट पर नहीं था. भोर होने में अभी देर थी. न चिड़ियों की आवाज न मुल्ला की अजान. कुछ देर ऐसे ही अलसाई सी पति की बाट जोहती रही मगर शंका का काला नाग दिल पर … Read more

*अब तो पड़ जाएगी न तुम्हारे कलेजे में ठंडक* – विनोद कुमार सिंह : Moral Stories in Hindi

बनारस के अस्सी घाट के समीप एक छोटे-से गांव में रामा नाम की वृद्ध महिला अपने इकलौते बेटे वंश के साथ रहती थी। जब वंश महज़ दो साल का था, तभी उसके पिता की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। तभी से रामा ने जीवन का हर बोझ अकेले उठाया। वह कभी घाट पर … Read more

शुभ विवाह – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

“अब आप कन्या का हाथ वर के हाथ में दीजिए।अब कन्यादान का समय हो गया है। यजमान ,अब आपकी बेटी आपकी नहीं रही किसी और कुल की हो गई है।” पंडित जी ने मंत्र पढ़ना शुरू किया थोड़ी देर बाद मंत्र संपन्न हो गए और विवाह के सभी रस्में संपन्न हो गए तो एक थाली … Read more

तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

“अरे रिया बेटा! अब फोन को किनारे रखो और शादी की तैयारियों में लग जाओ।पता है ना बस महीना भर रह गया।”रिया को प्यार से सहलाते हुए सरोज बोली।माँ का प्यार भरा स्पर्श पाकर रिया फोन छोड़ सरोज के गले लग गई और रोते रोते बोली -“माँ,तुमसे कैसे दूर रह सकूंगी?मेरे लिए तुम हो तो … Read more

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