सोच बदल भी सकती है – विमला गुगलानी
रिया मां बाप की इकलौती बेटी थी, बहुत लाड प्यार से पली , पढ़ाई में खूब होशियार। सब गुण थे उसमें लेकिन उसे घर में लोगों की भीड़ बिल्कुल पंसद नहीं थी। दरअसल जब से उसने होश संभाला घर में उससे चार साल बड़ा उसका भाई अमन और उसकी माँ सुनयना ही थे। उसके पिताजी … Read more