दूसरों का दर्द भी समझना चाहिए : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जगमोहन भारी मन से घर आ गया। उसे लग रहा था कि ईमानदारी से काम करने का कोई मतलब ही नहीं रहा। कितनी मुश्किल से मैंने यह प्रेजेंटेशन तैयार किया था, मैं हर समय इस कम्पनी की तरक्की का प्रयास करता हूँ, कभी यह भी नहीं सोचता कि ऑफिस टाइम … Read more

मर भी जा –   बालेश्वर गुप्ता

अरे हतभागी तू मरती भी तो नहीं, मर जाये तभी तो मैं भी मरूं।कैसे तुझे अकेला छोड़कर,मरूं? कहते कहते इंदर सिसक पड़ा, आंखों से आंसू थमने का नाम ही नही ले रहे थे।         सन 1966 की घटना आज भी मेरे मन मष्तिष्क में ज्यूँ की त्युं अंकित है। मैंने  मेरठ में स्नातक की पढ़ाई करने … Read more

सारे दर्द औरत को ही क्यूँ ???? – मीनाक्षी सिंह

विन्नी – मम्मा ,बहुत दर्द हो रह हैँ पेट में ,पेट के आस पास और कमर में ! लग रहा हैँ मर जाऊंगी ! कुछ तो करो मम्मा ! सीमा (13 साल की विन्नी की माँ ) – कोई बात नहीं बेटा ,अभी तुझे गरम दूध दे दूँगी ! पी लेना आराम मिल जायेगा ! … Read more

भाभी हैं न देख लेंगी – के कामेश्वरी

नर्मदा की शादी राजेंद्र के साथ तब हुई जब उसकी उम्र अठारह वर्ष की थी । पिताजी घुमक्कड़ प्रवृत्ति के थे इसलिए दादा दादी और चाचा लोगों ने मिलकर उनकी शादी जैसे तैसे कर दी कहने के बदले हम कह सकते हैं कि निपटा दी । ससुराल में तीन देवर चार ननदों के बीच उसके … Read more

 दर्द अपना-अपना * –   पुष्पा जोशी

‘कुछ नहीं होने दूंगा मैं आपको।’ बिना सम्बोधन के ही उसने कहा था ‘अभी जीना है आपको,पोते पोतियों को गोद में खिलाना है, आप चिंता न करें कुछ नहीं होने दूंगा मैं आपको।’ क्या था उसकी आवाज में, और उसकी आँखों में कि मैं उसे देखती रह गई।पहली बार ही मिली थी मैं डॉक्टर अविनाश … Read more

” एक परिवार ऐसा भी ” – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

शादी के दिन जैसे जैसे नजदीक आ रहे थे वैसे वैसे सलोनी का मन घबरा रहा था। कारण था ससुराल का संयुक्त परिवार जबकि मायके में सलोनी के पापा की ट्रांसफर वाली जॉब होने के कारण सलोनी एकल परिवार में ही पली बढ़ी थी। ” सलोनी क्या सोच रही है यूं अकेले बैठे ?” एक … Read more

जलील – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : घर में आज खूब चहल-पहल है ।सौम्या की शादी हो रही है ।आज ही बारात आने वाली है ।घर रिश्ते दारो से भरा हुआ है ।सुना है वर भी हैंडसम और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके जाॅब कर रहा है ।अच्छी कम्पनी में है ।वर के पिता जी भी इन्जीनियर हैं … Read more

जलील – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कभी-कभी अपनों की भावनाओं की परवाह न कर उन्हें जलील करने की  इंसान  की फितरत बन जाती है।जब उसे अपनी गल्ती का एहसास  होता है,तब उसके पास पश्चाताप के सिवा कुछ नहीं बचता है।मुझे(सूरज)  अपनी गल्ती का एहसास तब हुआ, जब मैं जीवन-मरण के बीच संघर्ष कर रहा था।मेरे जीवन … Read more

बचपन की कुंठा – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रॉय साहब के घर बहुत सालों बाद बेटी पैदा हुई थी । पिछली चार पुश्तों से उनके घर लड़के ही पैदा हो रहे थे । इसलिए जब उनके घर बेटी हुई तो उसके होने की ख़ुशी पूरे परिवार ने बड़ी धूम धाम से मनाई । जब भी चारुलता अपनी बेटी … Read more

सत्यमेव जयते – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “सुलभा..!,आज जरा ज्यादा देर तक रुक जाना।थोड़ा खाना बनाने में मदद कर देना और बरतन समेटने में भी।”सौम्या की आवाज ने सुलभा को चौंका दिया। वह चौंक कर अपनी मालकिन सौम्या को देखने लगी। “क्या हुआ सुलभा…?ऐसे क्यों देख रही हो?”सौम्या ने पूछा। “मैडम जी,आज कुछ खास है क्या?” सुलभा … Read more

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