शिकायत अपनों से – अनिला द्विवेदी तिवारी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अपूर्वा जी घर के बगीचे में तुलसी के पेड़ के पास, बैठे-बैठे गुनगुना रहीं थी,,, “शिकवा नहीं किसी से, किसी से गिला नहीं! नसीब में नहीं था जो हमको मिला नहीं…!” इस गाने के साथ ही उनकी आँखें और आवाज भरभरा आई। फिर अपने साड़ी के आँचल के एक छोर … Read more

अनकही शिकायतें – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शिकायत हमारी जिन्दगी का अहम हिस्सा है। ये शिकायते भी कैसी होती है। कभी अपने लिए, कभी अपनो के लिए, कभी अपनो से। कुछ कही, कुछ अनकही। शिकवे शिकायत प्रायः अपनो से होते‌ है, गैरों से नहीं। कुछ भावुक व्यक्ति ऐसे होते हैं, जो किसी से शिकायत होने पर भी, … Read more

होश आ गया – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 रीना… आज रात 11:00 बजे तुम अपना बैग जमा कर तैयार रखना और सीधे होटल आयत में पहुंचना, मैं तुम्हारा वही इंतजार करूंगा! उसके बाद हम दोनों यहां से बहुत दूर एक ऐसी दुनिया में चले जाएंगे जहां कोई हमें नहीं पहचानेगा!  हमसे कोई सवाल करेगा! हमारी खुद की अपनी प्यारी सी दुनिया होगी! बस … Read more

बरगद – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज विनय जी के छोटे भाई अनिल का फोन आया था। अनिल की बिटिया रिया का रिश्ता तय हो गया था। लड़का रिया के साथ ही पढ़ता था। लड़का लड़की एक दूसरे को पहले से जानते थे। लड़के की जात बिरादरी भी अलग थी। विनय जी के परिवार में आज … Read more

सिलाई मशीन – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पितृपक्ष शुरू हो चुका है।प्रमिला ने बेटे को सामान की लिस्ट बनाकर दे दी अपनी सास से पूछकर।पूजा -पाठ में पारंगत ,प्रमिला की सास बहुत बड़ा सहारा थीं उसके लिए।शादी होकर जब से आई थी प्रमिला,सास को ही पूजाघर में देखा था।अनवरत हर उपवास,व्रत,और उत्सव में बहुत ही सक्रिय रहतीं … Read more

जीवन की मिठास – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मिनी एक कप चाय और मिलेगी क्या आज तो तुम्हारा जन्मदिन भी है तो फिर विशेष चाय पिला दो मेरी छुट्टी है भाई…..सोफे पर आरामतलबी से पसरे सागर की पुकार से मिनी तिलमिला ही गई थी..बस चाय की मांग करते रहिए अपनी छुट्टी ही याद है मेरा जन्मदिन भी याद … Read more

झाँसे में आना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

रमणजी बहुत ही सीधे-सादे इंसान हैं।कुछ दिन पूर्व ही वे जीवन बीमा निगम से अवकाशप्राप्त हुए हैं।उनके बच्चे अच्छी जगह सेटल हैं, इस कारण पिता के पैसों पर उनकी गिद्ध नजर नहीं है।एक दिन रमण जी अपने दोस्त से मिलने जाते हैं।वहाँ उनकी भेंट एक एजेंट से होती है।उस एजेंट ने उनके दोस्त का पैसा … Read more

कुछ करने की चाह – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

आरव बहुत कश्मकश में था । इसलिए शाम को जैसे ही जय ऑफ़िस से आया तो आरव पानी का गिलास लेकर गया और अपने पापा के पास बैठ गया । क्या बात है आरव कुछ कहना है …… हाँ जी , पापा इस साल मुझे इंटर्न शिप करनी है । तो आप मुझे बता दीजिए … Read more

कुछ कर्मो की माफ़ी नहीं होती। – रश्मि श्रीवास्तव”शफ़क”: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मीनल की अभी कुछ समय पहले ही कुणाल से शादी हुई है। उस के ससुराल में बहुत प्यार करने वाली मां जैसी सास कुमुद जी और पितृवत स्नेह करने वाले ससुर सुदर्शन जी थे।कुणाल अपने माता पिता की अकेली संतान थे इसलिए बहुत लाड़ प्यार से पले थे। मगर कुमुद्जी … Read more

चलो अब दूर करते हैं ये शिकायतें – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सामने दीवार पर नीलिमा की फोटो टंगी हुई थी। सुंदर सुनहरे फ्रेम में मुस्कुराती हुई…! अविनाश के आंखों में आंसू आ गए। उसने वहां रखे दीए को जलाया और अगरबत्ती दिखाते हुए नीलिमा से कहा “नीलू अब तो तुम्हारी शिकायत दूर हो गई होगी! मैं एक अच्छा पिता बन गया।भले … Read more

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