जंग – संगीता त्रिपाठी
“नेहा ,तुम मुझे नही पहचान रही …मैं तुम्हारा पति विनय..”विनय अधिकार से नेहा का रास्ता रोक कर बोला । “मेरा रास्ता छोड़ दें ..” “कैसे छोड़ दें ,मत भूलो नेहा कानूनन तुम अभी भी मेरी पत्नी हो “दुष्टता से विनय बोला “हां मां ,आप अपने पति और बेटे को भूल गई ..” बेटे की बात … Read more