फितरत – अनुपमा
सुंगधा ने जब से अपना व्हाट्स ऐप ओपन किया है आज तब से ही बहुत परेशान सी है , कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था उसे , दोपहर का खाना भी नहीं खाया था और यूं ही कमरे मैं जा कर लेट गई थी पर नींद तो कोसो दूर थी उससे , समझ नही … Read more
सुंगधा ने जब से अपना व्हाट्स ऐप ओपन किया है आज तब से ही बहुत परेशान सी है , कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था उसे , दोपहर का खाना भी नहीं खाया था और यूं ही कमरे मैं जा कर लेट गई थी पर नींद तो कोसो दूर थी उससे , समझ नही … Read more
12वीं पास किया अच्छे खासे परसेंट भी बन गए थे। First डिवीजन पास हो गई थी। फिर सोचा कंप्यूटर कोर्स कर लु हालांकि स्कूल में कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं था। एक अच्छी मेरी दोस्त थी जिसके साथ में हर बातें शेयर करती थी।एग्जाम के बाद हम भी बिछड़ गए हैं कंप्यूटर कोर्स किया। हमारे … Read more
तमाम लोगों के घरों की कहानियां सुनकर रमेश को बड़ा आश्चर्य होता था। कि कैसे लोग रहते हैं आखिर सब कुछ पहले जैसा ही तो रहता है ,फिर ऐसा क्या होता है कि सब तितर बितर हो जाता है। और दूसरे ही पल दादी और मां के रिश्ते को लेके उसका मन खट्टा हो जाता। … Read more
लिली शहर की किशोरी अभी इंटर में पढ़ती थी।उसकी माँ और पिता के बाल नुचने से बच तो गए लेकिन हार माननी पड़ी उन्हें। गांव के परिवार जन कहते ” बेटी सत्रह की हुई ..दिखती नहीं ?हाथ पीले करो ।मेरी बेटियों का नंबर आये ये लिली जाय तो।” लिली रानी गांव से परिचित थी ।परिचय … Read more
ऑपरेशन थियेटर से आती जाती नर्सों को रोक कर सुमन बार बार यही सवाल कर रही थी,बहन बाबूजी ठीक हैं न,कुछ होगा तो नहीं उन्हें,सभी नर्स उसे बस यही जवाब दे कर आगे बढ़ जाती ऑपरेशन चल रहा है अभी कुछ कहा नहीं जा सकता बहुत खून बह चुका है और चोट भी काफी गहरी … Read more
शहर में बहुत बड़े कथावाचक और समाजसुधारक संत बनवारीलाल जी पधारे हुए हैं। उनके विषय में प्रचलित है ….वो कथाओं के माध्यम से जीवनोपयोगी सारगर्भित बातें बहुत साधारण तरीके से समझा देते हैं। सेठ घनश्यामदास जी के घर में भी चर्चा हुई। इधर उनके घर में कुछ ना कुछ परेशानी पसरी ही रहती थी। सब … Read more
पूरे आंगन में लोगों की भीड़ लगी हुई थी। तिल धरने की भी जगह न थी।अंदर के कमरे में माँ दहाड़े मार-मार कर ,छाती पीट-पीट कर रोये जा रही थीं। पापा आंगन में ही एक किनारे तख़त पर विक्षिप्त की सी अवस्था में बैठे हाथों की अंगुलियों पर बुदबुदाते हुए जाने क्या गिन रहे थे।न … Read more
अशोक एक फैक्ट्री में क्लर्क के पद पर कार्यरत था। घर में उसकी मां विमला जी और पत्नी गीता थे। अशोक के विवाह को एक साल हो गया था। अब विमला जी पोता या पोती के संग खेलने की प्रतीक्षा कर रहीं थी। अशोक की आमदनी कम थी इसलिए वह अभी बच्चे के लिए तैयार … Read more
संयुक्त परिवार की बड़ी बहू हूं मैं , सास – ससुर , मैं , मेरे पति ,मेरे देवर – देवरानी और हमारे परिवार के भोले – भाले 3 बेटे और सीधी -साधी 1 बेटी …. हमारे परिवार में बहुत प्यार है, तो ये चारो बच्चे हमारे साझे के हैं । न तेरे ना मेरे ……हमारे … Read more
#ननदरानी “अरे छुटकी देख बुआ हूं मैं तेरी बोल बुआ” अनामिका ने अपने छोटे भाई की नवजात बिटिया को हाथ में लेते हुए प्यार से दुलारते हुए कहा, आज अनामिका बहुत खुश थी उसके चहेते भाई के बिटिया जो हुई थी, खुशी के मारे पागल हुए जा रही थी सबको बोल रही थी, वहीं पड़ोस … Read more