भाई, मैं तेरी तरह स्वार्थी नहीं हूं। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

अम्मा बहुत बीमार है, आप आ जाओ, आपको ही दिन-रात याद करती है, मीना ने अपनी ननद को कहा तो शोभा का मन पहले चिंता से फिर कड़वाहट से भर गया, उसे अपनी मां से मिलने का मन था, लेकिन भाभी के व्यवहार से वो परेशान ही रहती थी। अभी अम्मा बीमार है तो पड़ौसी … Read more

निर्मोही मोह – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

 गुलाबो नाम था उसका।पति कॉलरी में नौकरी करते थे,पर पत्नी से अलग मां के साथ रहते थे।जवानी में पत्नी पर बहुत अत्याचार किए थे उसने,तो जब बच्चे थोड़े बड़े हुए ,बगल में अलग कमरा किराया लेकर रहने लगी थी गुलाबो।सालों से लोगों के घरों में काम करती थी।खाली घर में सोने के भी पैसे लेती … Read more

स्वार्थी संसार – सिम्मी नाथ : Moral Stories in Hindi

 आ गई मैडम ,मिल गई फुर्सत ? काजल ने व्यंग्य करते हुए तनीषा को कहा । अरे क्या बताऊं यार ट्रैफिक बहुत थी , बस क्लास खत्म कर दौड़ती भागती आ रही हूं । काजल पीली साड़ी में तू  कितनी फैब रही है यार !  चलो हल्दी की रस्म हो और नूपुर का नृत्य न … Read more

नमक-मिर्च लगाना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

उमा के मन-मस्तिष्क में विचित्र झंझावात द्वन्द मचाए हुए था।उसके अपनत्व का यह परिणाम हो सकता है,यह उसकी कल्पना से परे था।उमा के मन में यादों की धुॅंध गहराने लगी। अतीत बाढ़ के पानी की तरह हर हद को तोड़कर उसके दिलो-दिमाग पर हावी होने लगा।उमा और नीना का वर्षों पुरानी दोस्ती का रिश्ता आज … Read more

मैं नहीं सहूँगी – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 ” बस आलोक..खबरदार जो तूने अलका पर हाथ उठाया..क्रोध में तू ये भी भूल गया कि वो तेरे बेटे की माँ है..तेरे सुख के लिये वो दिन-रात खटती है और तू उसी पर…।” बेटे का हाथ रोकते हुए आनंदी लगभग चीखते हुए बोली।तब आलोक भी उन पर चीखा,” आज मेरा हाथ तो रोक लिया..उस वक्त … Read more

*माँ की तपस्या* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

सीधी, सहज, सरल, सुशील, सुन्दर सुलभा ने कभी सोचा भी नहीं था, कि उसके बचपन की एक जिद उसे अपने जीवन में कितनी भारी पड़ेगी। सुलभा सर्वगुण सम्पन्न थी, गृहस्थी के कार्य हो या रिश्तों को निभाने की बात वह सब बखूबी करती थी। मगर ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी।वह सिर्फ पॉंचवी कक्षा पास थी। … Read more

औलाद के मोह के कारण वो सब सह गई…. – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

 मंजू पढ़ी-लिखी होशियार …अचानक  मां बाप के पास एक अच्छा रिश्ता आया …अच्छे घर से और उन्होंने कुंडली मिलान की कुंडली मिल गई… यही सोचकर मंजू की शादी एक अच्छे घर में कर दी गई। जो ऊपर से लिखवा कर आए हैं वह तो हमें सहना ही पड़ता है यह बात मंजू के साथ लागू … Read more

मुखौटा – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi

अरे तुम? नूतन को होटल के बार में डांस करते हुए देखकर विशाल ने चौंकते हुए कहा। वहाँ की चकाचौंध में विशाल नूतन से ज़्यादा बात तो नहीं कर सका, लेकिन उसने नूतन का फ़ोन नंबर ले लिया था। विशाल को देखकर नूतन भी सहज नहीं हो पा रही थी, वो डांस तो कर रही … Read more

मेरा चैन वैन सब उजड़ा – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

अभी थोड़ा समय बाकी है… इतनी देर तो नहीं हुई है… क्या करुं.. ? फोन भी आ गया है.. जल्दी पहुंचो.. तुम्हारे केबिन में साहब पहुंच चुके हैं.. मतलब सरप्राइज़ इंसपेक्शन आज होना तो नहीं चाहिए तो फिर आज कैसे? अब कोशिश तो कर ही रही हूं… अब गिर तो नहीं पड़ूंगी.. अब कर भी … Read more

निंदा रस का आनंद – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

अरे सुनो पता है मिसेस वर्मा के बहु बेटे का तलाक होने वाला है। शान्ति बोली, अच्छा ऽऽऽ क्या बात करती हो बड़ी गज़ब की खबर,शान्ति तुमको किसने बताया झुँड में खड़ी कुछ महिलाएं एक साथ बोल पड़ी.. तुम तो अभी नई नई ही आई हो हमारे अपार्टमेंट में…तुमको तो सारी खबरें रहती है रेखा … Read more

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