व्यंग – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi
मुझे एक बार झारखंड के चाईबासा शहर के पास एक छोटे से कस्बे में एक माइनिंग दफ्तर में जाने का अवसर मिला। ट्रेन से उतरने के बाद दफ्तर जाने के 2 ही साधन थे, निजी वाहन या साइकिल रिक्शा। मैं बिना बताए ही आया था अतः मैंने साइकिल रिक्शा से ही जाना उचित समझा। मैंने … Read more