धरती पर साक्षात भगवान – प्रतिभा भारद्वाज’प्रभा’ :

 Moral Stories in Hindi रात का समय,सारा शहर नींद के आगोश में, सड़कों पर इस कदर सन्नाटा कि लगता ही नहीं कि यहां कोई रहता भी है, बस थी तो सिर्फ चांद की चांदनी और स्ट्रीट लाइटों की रोशनी  अनु, नयन की पत्नी के अचानक से प्रसूति का दर्द होने लगा था जो कि बढ़ता … Read more

देवकी – अभिलाषा श्रीवास्तव :

 Moral Stories in Hindi “चाची नहीं छोटी माँ है आप हमारी” कहते हुए किशन अपनी नई नवेली चाची के गोद में बैठ गयें तो दिपा निश्छल प्रेम से देखतीं रहीं अमर सिंह के परिवार में नई बहू के रूप में साक्षात गृहलक्ष्मी आ चुकीं थीं अत:बिना किसी कलेश के दोनों बेटों का परिवार हंसी खुशी … Read more

ईश्वरत्व – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

मां तू मेरे पास बैठे रह अपने नन्हे कोमल हाथों से विशाखा का हाथ कस कर पकड़ते हुए अबोध मुन्नू ने कहा तो विशाखा की आँखें भर आईं। हां हां बिटवा हम यहीं बैठे हैं।अपने बेटू के पास से उठ कर कही ना जायेंगे कहने के बाद विवशता की एक टीस उसके कलेजे को चीर … Read more

जेठानी का दोगलापन – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

दीदी आपके मायके से तो जो तीज आएगा वही साड़ी आप पहनिएगा? आपकी माँ तो साड़ी मे फॉल पीको करवाकर और ब्लाउज बनवाकर भेजती है।आपको तो कोई दिक्क़त नहीं होता है पर मेरे मायके से तो पैसा आता है।आपको पता ही है,पापा आपके देवर के अकाउंट मे पैसा डाल देते है। कल ही पैसा आया … Read more

काली रात – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

“ये क्या मां आप फिर रोने लगी, जब भी आप ऐसे इमोशनल सीन देखती हो बस रोने लग जाती हो।( सोनल टीवी पर पिता पुत्री के स्नेह को दर्शाता एक सीन देखकर भावुक हो गई)  अब तो नानाजी को गुजरे हुए भी 10 साल हो गए पर आपका उनको इस तरह रह रह कर याद … Read more

मेहंदी की वो काली रात – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“अरे लता कहाँ हो ….?शादी का घर है सब अपने में मस्त हैं….पता है कि नहीं शादी के घर में कितने काम होते…. दुबके पड़े हैं सब रजाई में।”सुबह सुबह गाँव से शहर पहुंची कम्मो बुआ घर में घुसते ही कृतिका की माँ को आवाज देने लगी “आई दीदी…..वो मैं नहा रही थी फिर आज … Read more

समझदारी – पूनम अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

“बेटा , शाम को ऑफिस से आज जल्दी आ जाना । कोई तुम्हें देखने आने वाले हैं ”  पिता की आवाज सुन कर रागिनी के पैर ठिठक गये । वह माँ के पास जा कर बोली ” ऐसी भी क्या जल्दी है माँ ” । माँ ने प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरा और … Read more

मातृ सुख – खुशी :  Moral Stories in Hindi

नीति एक मस्तमौला लड़की थी उसे कोई जिम्मेदारी नहीं लेनी होती उसकी मां शारदा उसे कई बार कहती ससुराल में जब सास चोटी पकड़ के काम कराएगी तब समझ आएगा।नीति हंसते हुए कहती मै तो ऐसा घर ढूंढेंगी जिथे सास फोटो टंगी हो।शारदा बेशर्म कैसी बाते करती हैं।नीति के पिता मोहन जी एक अकाउंटेंट थे … Read more

 किराया दो या घर खाली कर दो – डॉ बीना कुण्डलिया  :  Moral Stories in Hindi

शकुन्तला जी कमर में हाथ रखे हाथों में दवाई का बंडल लिए धीरे धीरे अपने घर की तरफ वापस लौट रहीं थी। साफ जाहिर हो रहा था उनके कमर में पीड़ा और वो अस्पताल से आ रही हैं। घर के कुछ दूरी पर रास्ते में चार महिलाएं उनको देख आपस में धीरे धीरे फुसफुसाने, बड़बड़ाने … Read more

वो कौन थी – गीतू महाजन, :  Moral Stories in Hindi

गहराती रात में सड़क किनारे लगे पेड़ के नीचे वह पगली ना जाने कहां से आकर बैठ गई थी।बिल्कुल सुनसान सड़क पर शायद किसी का ध्यान उसकी तरफ गया ही ना होगा।अगली सुबह सब्ज़ी लेते वक्त अचानक निर्मला जी की निगाह उस पर पड़ी।मैले कुचैले कपड़े पहने, बिखरे बाल और बेतरतीब अवस्था में वह वहां … Read more

error: Content is protected !!