अधूरी पूर्णता – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi

सुरभि ने रोहन के कॉलर को सँवारते हुए अचानक कहा— “चलो रोहन! क्यों न हम दोनों शादी कर लें?” रोहन ने हल्की मुस्कान के साथ उसकी ओर देखा और बोला— “अरे, ऐसी भी क्या जल्दी है? पिछले पाँच साल से तो हम बिना शादी के ही साथ रह रहे हैं।” सुरभि की आँखों में एक … Read more

दर्द के बदले दर्द ही मिलता है – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

“अरे तुम फिर से कंपनी आ गई  तुम तो मना कर रही थीं  कि  मैं अब इस कंपनी में काम नहीं करूंगी आशीष के साथ शादी करके अपना घर बसाऊंगी” नेहा ने अपनी सखी सुनंदा से कहा जो आज कई  दिनो के बाद कंपनी में काम करने के लिए आई थी नेहा की बातें सुनकर … Read more

हिन्दी पर प्रहार -विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

   रोज की तरह अपने सारे निपटाकर मानसी अपने बच्चों के पैरों में मालिश करने लगी।उसने पहले छोटे मनु की मालिश की और फिर बड़े अंकित के पास आई।पैरों की मालिश करने के बाद उसने हाथों में तेल लगाना चाहा तो हथेली लाल लकीरें देखकर वो चौंक उठी। उसने सोए हुए अंकित के गालों पर आँसू … Read more

ये स्वप्न नहीं हकीकत है – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

सुबह-सुबह अलार्म की आवाज सुनकर अंजलि झटके से उठकर बिस्तर में बैठ गई पति ऑफिस से हफ्ते भर के लिए टूर पर गये हुए थे। अभी उसकी शादी को केवल तीन माह ही गुजरे थे। रात को सोने से पहले वो अलार्म लगाना कभी नहीं भूलती, क्योंकि जरा भी उठने में देर हुई नहीं कि … Read more

वीरांगना – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

मैंने जब एल० एल० बी ० करके काला कोट पहना था तभी अपने आप के समक्ष एक सौगन्ध ली थी जिसके अन्तर्गत मैं साल में कम से कम दो केस उन गरीब महिला अपराधियों का बिना पैसा लिये लडूंगी जिनका केस लड़ने वाला कोई नहीं होता है। सबूतों और पैरवी के अभाव में उन्हें सजा … Read more

सपनों का आशियाना – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

रवि और मेघा ने जब नए घर की चाभी सुरेश जी और सुधा जी को देते हुए कहा कि,” पापा – मम्मी जिस घर का सपना आप हमेशा से देखा करते थे अब पूरा हो गया।ये लीजिए अपने सपनों के आशियाने की चाभी। ” सुरेश जी की आंखें नम हो गई और सुधा जी के … Read more

जिन आंखों में काजल का घेरा था, उनमें आंसुओं का बसेरा नहीं होने दूंगा मैं…… – सिन्नी पाण्डेय :  Moral Stories in Hindi

स्वाति अपने कमरे में लेटी हुई अपने अतीत और वर्तमान समय में आये हुए परिवर्तन का आंकलन कर रही थी और उसे अपने मन में एक सघन पीड़ा का अनुभव हो रहा था। अभी कुछ महीनों पहले की ही तो बात है कि स्वाति की आलोक से शादी हुई थी और वो भी प्रेम विवाह…स्वाति … Read more

वज़ूद – राशि सिंह : Moral Stories in Hindi

शालिनी रसोई में फटाफट काम निपटा रही थी काम करने के साथ साथ अतिरेक सावधानी भी बरत रही थी फिर भी पता नहीं कुछ न कुछ हो ही जाता है अंजाने में क्योंकि जब हमारी गलतियों को ज्यादा हाइलाइट किया जाता है तो गलती होने के और ज्यादा चांस रहते हैं… इंसान का कॉन्फिडेंस डगमगाने  … Read more

कर्म मत बिगाड़ो मां सीख बेटे की – सिन्नी पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

मीता के पति तनुष बहुत धार्मिक,सात्विक,शुद्व शाकाहारी और संस्कारी थे।उनका स्वभाव बेहद सरल और सीधा था।वे एक बैंक में कार्यरत थे।और पति की संगति से मीता भी उसी परिवेश में ढल गयी थी और उसका 11 साल का बेटा किंशू भी अपने मम्मी पापा के पास बैठकर अच्छी बातें सुनता और सीखता था। मीता किंशू … Read more

वादा निभाना – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

बड़े भइया घर में घुसते ही चिल्ला रहे थे कहां है मधु? । चारों तरफ ऐसा सन्नाटा पसरा था की सब की जुबान पर मानो ताला लग गया हो। मां जी के बाद अगर पूरा परिवार किसी से डरता था तो वो थे बड़े भइया सुधाकर से। अरे! ” सुधाकर क्यों घर आसमान पर उठा … Read more

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