बड़ी बहू हूं, पर इंसान हूं – अर्चना खण्डेलवाल 

योगिता की नींद खुल गई और शरीर भी आज दर्द से टूट रहा था, उठने की जरा भी हिम्मत नहीं थी, उसकी आदत है वो सुबह जल्दी उठ जाती है, और धीरे-धीरे अपना काम करती है  ताकि भावेश की नींद खराब ना हो जायें, दिनभर व्यापार संभालते, भागादौड़ी करते-करते वो भी थक जाते थे, घर … Read more

 ससुराल वाले बड़ी बहु को इंसान क्यों नही समझते – लक्ष्मी त्यागी :  Moral Stories in Hindi

क्या बताऊँ दीदी !भारती जब से ससुराल गयी है ,तब से ही परेशान है।  क्यों क्या हुआ ? होना क्या है ?घर की बड़ी बहु जो ठहरी, घर की सम्पूर्ण जिम्मेदारी उसी पर आन पड़ी है ,अबकि बार जब ‘तीज’ पर आई थी बहुत रो रही थी ,कह रही थी -बहु ,बनकर क्या गयी हूँ … Read more

बहू, बेगम और बन्दर – डॉ० मनीषा भारद्वाज :  Moral Stories in Hindi

“अरे ओ नीरू…जरा देख तो, ये क्या उबल के चाय का पानी गैस पर ही सूख गया? सारी चायपत्ती बर्बाद हो गयी। अब नयी चाय बनाना। और ध्यान रखना, दूध को बिल्कुल उफ़नने मत देना। पिछली बार तो मानो दूध की नदियाँ बह गयीं थीं रसोई घर में।” यह आवाज़ थी सासु माँ शारदा देवी … Read more

ससुराल वाले बड़ी बहू को इंसान क्यों नहीं समझते – सीमा सिंघी :  Moral Stories in Hindi

यह क्या मानवी, बच्चों की तरह नाचने लगी हो। तुम्हें शोभा नहीं देता है। तुम तो घर की बड़ी बहू हो। जरा ध्यान रखा करो। तुम कभी चित्रकारी लेकर बैठ जाती हो,कभी कोई गेम खेलना शुरू कर देती हो। तुम यह क्यों भूल जाती हो। तुम इस घर की बड़ी बहू हो। तुम्हारे ऊपर बहुत … Read more

ससुराल वाले बड़ी बहू को इंसान नहीं समझते क्या – मधु वशिष्ठ :  Moral Stories in Hindi

ससुराल वाले बड़ी बहू को इंसान नहीं समझते क्या? सब सारी उम्मीदें मुझसे ही लगाएंगे।  उनके आने पर अम्मा भी उन पर ऐसी बलिहारी जाएगी कि पूछो ही मत। हम तो हर समय साथ रहते हैं ,हमारी कोई कीमत ही नहीं है। अगर इतना ही प्यार जताना है तो क्यों नहीं उनके साथ ही चली … Read more

बड़ी बहू को ससुराल वाले इंसान क्यों नहीं समझते -क़े कामेश्वरी :  Moral Stories in Hindi

ट्रिन ट्रिन फोन की घंटी बजी प्रतीक ने आवाज दी प्रमिला देखो मेरा फोन बज रहा है। प्रमिला शायद घर पर नहीं थी वह दूध लेने के लिए गई हुई थी। जब प्रमिला का कोई जवाब नहीं आया और नानस्टाप घंटी बज रही थी तो खुद उसे उठाने गया नाम देखा प्रभात उसके छोटे भाई … Read more

ससुराल वाले बड़ी बहू को इंसान क्यों नहीं समझते – सरिता कुमार 

एक गांव में बड़े प्रतिष्ठित शिक्षक का घर है । बहुत बड़ा सा घर , बड़ा दरवाजा , घर के आगे बड़ा सा ओसारा, अंदर बड़ा सा आंगन और पीछे बड़ा दालान जहां दर्जनों अनाजों की कोठियां बनाई हुई है । सभी कोठियों में गेहूं , धान , अरहर , मूंग , सरसों और तोड़ी … Read more

#ससुराल वाले बड़ी बहू को इंसान नहीं समझते –  प्रतिमा श्रीवास्तव :

 Moral Stories in Hindi बड़ी बहू मतलब बहुत बड़ी जिम्मेदारी और बहुत बड़ा समर्पण।हे भगवान अगले जन्म में मोहे बड़ी बहू ना कीजो। गुड्डन अब सबकी इच्छाओं पर खरी उतरते – उतरते थक गई थी।घर क्या परिवार में भी कुछ हो तो यही सुनने को मिलता की तुम बड़ी बहू हो तो जो कुछ भी … Read more

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