आंखों से गिरना – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

  मैं आप से कोई बात नहीं करना चाहता और न कोई संबंध रखना चाहता हूं ..   मां बोली..बेटा राकेश! ये खून के सम्मानजनक रिश्ते इस तरह नहीं मिटाए जा सकते..    मां! खून का सम्मानजनक रिश्ता समझकर ही मैंने चाचा जी को अपनी कंपनी में काम की देखभाल के लिए रखा था.. मैंने बचपन में ही … Read more

धन और स्वार्थ – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

मुंबई के पॉश इलाके में रहने वाले आलोकनाथ जी एक प्रतिष्ठित व्यक्ति थे। उनके घर में धन, रुतबा, और समाज में इज्ज़त की कोई कमी नहीं थी। उनकी बेटी सौम्या भी उन्हीं की तरह महत्वाकांक्षी और तेज-तर्रार स्वभाव की थी। लेकिन उसके स्वभाव में एक गहरी कमी थी—धन और स्वार्थ के प्रति उसका लगाव। उसने … Read more

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