‘चीख’ (भाग 3) – पूनम (अनुस्पर्श): Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – तब मेरे मन में एक बात आई कि शायद कहीं भगवान ने हम दोनों को इसीलिए तो नहीं मिलाया। सच पूछो तो हम दोनों की ही ज़रूरतें एक-दूसरे से जुडी थीं। उन्हें तुम्हारा दूसरा घर बसाना था। और मुझे शामली के लिए एक माँ को लाना था। जब तुम्हारे … Read more

‘चीख’ (भाग 2) – पूनम (अनुस्पर्श): Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : -अच्छा बाबा तू ही बता दे, क्या करती है? रानी पानी का गिलास महेश को देते हुए वहीं पलंग पर पसर गयी और शामली के सारे दिन की दिनचर्या का पिटारा खोल कर बताने लगी-  तुम्हारी लाडली जैसे ही स्कूल से आती है बाहर ही बस्ता ही फेंक कर कालू … Read more

‘चीख’ (भाग 1) – पूनम (अनुस्पर्श): Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज तो शामली की खुशी का ठिकाना न था। बाबा ने मंडी से आते ही दस रुपये का नोट जो उसके हाथ में रख दिया। जिसके लिए वह कई दिनों से जिद्द कर रही थी।  ये देखकर रानी महेश से कहने लगी। – हाँ, हाँ बिगाड़ लो। लाड-प्यार में हर … Read more

मुसीबत – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जैसे ही घर की बड़ी बेटी बीना ने फोन करके अपनी मां को बताया कि वह व आपके जमाई जी कल दोपहर तक घर पहुंच जायेंगे।मां प्लीज़ स्टेशन पर जरूर से किसी को भेज देना हम लोगों को रिसीव करने के लिए।इनका स्वभाव तो तुम जानती ही हो,यदि स्टेशन पर … Read more

“महापुरुष”(भाग 1) – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा : Short Stories in Hindi

Short Stories in Hindi : खुशी का आज ससुराल में दूसरा दिन था। इन दो दिनों में वह परिवार के लगभग सभी महिलाओं से अनेकों बार कहते सुन चुकी थी कि हमारे यहां के पुरुष औरतों वाली काम नहीं करते हैं। उसके समझ में नहीं आ रहा था कि किस काम पर नाम लिखा है … Read more

ज़िन्दगी भर की टीस – रश्मि प्रकाश

“ माँ इससे कह दो… ये मुझसे दूर ही रहे… कोई ज़रूरत नहीं है मेरे कमरे की सफाई करने की।“ आक्रोश में नितिन ने नित्या से कहा नित्या घबराकर वहाँ से हट गई…जो अपने कमरे की सफ़ाई करने में व्यस्त थी  “ बेटा ये क्या तरीक़ा है बहू से बात करने का…तुम्हें नहीं लगता तुम … Read more

आशियाने की छाँव में – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अथर्व और अनन्या दोनों भाई बहन अपना अपना सामान लिए पूरे घर में दौड़ रहे थे। दोनों कभी इस कमरे में जाते कभी उस कमरे में। कभी बाहर वाले कमरे में सामान रख वहीं बैठ जाते। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वो कौन से कमरे को अपना … Read more

बेटा ससुराल को करता बुरा क्यों लगता… –  रश्मि प्रकाश   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  “ देखो तुम्हारी चिंता तो जायज है, पर ये भी तो समझो ना वो भी अब उसका ही परिवार है….. सरला अपने बच्चे पर भरोसा रखो….एक तो तुम्हारी वो बेकार सी सहेलियाँ जाने क्या पटी पढ़ा जाती तुम्हें और तुम बस चिन्ता में मरी जाती हो…. अरे अपने दिए संस्कार … Read more

हर बीमारी का इलाज सिर्फ दवा नही होती – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :श्रुति की शादी हुए अभी चार महीने ही हुए थे पर उसके चेहरे की रौनक जाती जा रही थी। शादी से पहले श्रुति गोरी चिट्टी सुंदर, गुलाबी गाल उस पर पड़ते डिंपल उसके रूप में और चार चांद लगा देते पर अब उसका रूप बिखरता जा रहा था। उसकी शादी वैसे … Read more

अब पछताय क्या होत जब चिड़िया चुग गई खेत – संगीता अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  माँ… माँ ” जल्दी से कुछ खाने को दो बहुत भूख लगी है ” रिया ने कॉलेज से आते ही कहा ! “बस बेटा 2 मिनट रुको मैं लाती हूँ। सुबह टिफिन ले जाने को इसी लिए तो बोला था मैने । ” रिया की माँ ऋतु ने कहा “क्या … Read more

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