सिसकती हुई लड़की – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi
सुबह से लेकर रात तक घर और परिवार के लोगों के बीच चकरघिन्नी बन सारे काम करने के बाद अपराजिता अपने कमरे में आकर बैठ गई। कमरे में बहुत ही ज्यादा उमस थी।पंखा चला कर उसने अपने साड़ी का पल्लू खिसका कर थोड़ा लेट गई। पसीना, थकान से कहीं ज्यादा वह हताश थी अपने ससुराल … Read more