बिंदी – प्रवीण सिन्हा : Moral Stories in Hindi

 भाई साहब बिंदी भी क्या चीज है । नारी के माथे पर लगे तो नारी का श्रृंगार पुरूष के माथे पर लगे तो तिलक  । बिंदी को नारी के सुहाग का प्रतीक माना जाता है। सच कहू तो ब्रम्हांड का आकार भी तो बिंदी के समान है । जीवन के आरंभ में भी बिंदी और … Read more

आपबीती – चांदनी खटवानी : Moral Stories in Hindi

जया और मैं अपनी अपनी बेटी को लेकर.. रोज पार्क जाते एक नियत समय पर! दोनों बच्चियां खेलती रहतीं और हम लोग भी क्वालिटी टाइम स्पेंड करते! इधर तीन-चार दिनों से जया की मां का लगातार फोन आ रहा था.. उनकी तबीयत ठीक नहीं थी.. तो जया से मिलने आने को‌ कहती रहतीं.. पर वह … Read more

मुक्ति- बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

आज पापा की आरिष्टि है।पापा खुद नगर में लोकप्रिय रहे है और मैं स्वयं प्रतिष्ठित डॉक्टर हूँ तो इस कारण नगर के काफी लोग हमारी कोठी के बड़े से लॉन में एकत्रित हुए हैं।एक प्रकार से यह एक शोक सभा हो गयी है।नगर की कई संस्थाओं ने अपने अपने शोक प्रस्ताव भेजे हैं, जिन्हें पढ़ने … Read more

कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता – पूजा दत्ता : Moral Stories in Hindi

सारा काम ख़त्म करके चाय का कप लेकर बालकनी में बैठी ही थी कि दरवाज़े की घंटी बजी… इस समय कौन आया होगा, सोचती हुई गेट पर गई तो मेरी बचपन की सहेली सुमेधा सामने खड़ी थी। “अरे सुमेधा, तुम… आओ ना… कितने दिन बाद आई हो…” उसे बिठाकर मैं उसके लिए भी एक कप … Read more

गुरु दक्षिणा – विनय मोहन शर्मा : Moral Stories in Hindi

देवव्रत शास्त्री शहर में एक माध्यमिक विद्यालय में हिंदी के शिक्षक थे। उनको छात्र मास्साब कहकर संबोधित करते थे। वह अपने छात्रों से पुत्रवत स्नेह रखते थे और उनकी गल्तियों पर उन्हें डांटने के स्थान पर स्नेह पूर्वक समझाते। अपने छात्रों को पढ़ाने में बहुत मेहनत करते थे, जिसका ही परिणाम था कि उनके विद्यालय … Read more

कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता – ममता सिंह : Moral Stories in Hindi

घड़ी की सूइयाँ रात के तीन बजा रही थीं। बाहर घना अंधेरा था और अंदर उतनी ही गहरी ख़ामोशी थी। राजन की आँखों में नींद का नामोनिशान नहीं था। वह कुर्सी पर बैठा सामने रखी शराब की बोतल को घूर रहा था। हर घूंट के साथ एक चेहरा उसकी आँखों के सामने आता— एक खूबसूरत … Read more

माधवी लौट आओ – विनय मोहन शर्मा : Moral Stories in Hindi

परेश और माधवी दोनों एक  ही दफ्तर में काम करते थे। परेश माधवी से सीनियर था। उन दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगी थी और ये नजदीकियां अब प्यार में कब बदल चुकी थी, इसका उनको पता ही नहीं चल पाया। दोनों के परिवारों की सहमति से उन्हें विवाह के पवित्र बंधन में बांध दिया गया। … Read more

चोंचले – चांदनी खटवानी : Moral Stories in Hindi

संदीप नौ बजे ऑफिस के लिए निकल गए.. उसके बाद करूं क्या! पूरे घर के चार चक्कर लगाकर आई.. कहीं कुछ फैला नहीं बिखरा नहीं.. सब जस का तस पड़ा था.. घड़ी में देखा तो अभी दस ही बज रहे थे.. हे राम! अभी तो सारा दिन पड़ा है.. कटेगा कैसे! अमन को बाहर गए … Read more

प्रेम परीक्षा है ।। – अदिति सिंह : Moral Stories in Hindi

बी ए फाइनल ईयर में लड़का और बी ए फर्स्ट ईयर में लड़की पढ़ रही थी दोनों के मुलाकात कुछ इस तरह से हुई ।। हाय हाय कैसी हो ठीक हूं आप कौन मैं इसी काॅलेज के फाइनर ईयर्स में पढता हूं ओहहह मैं न्यू एडमिशन ली हूं फस्टपार्ट में ओके वाह बहुत सुंदर, तुम … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

न्याय – नीलम शर्मा  आज सुदीप की जायदाद की कुर्की हो रही थी। क्योंकि वह बैंक का लोन वापस नहीं कर पाया था। लेकिन पास-पड़ोस और रिश्तेदारों के मन में उसके लिए सहानुभूति होने के स्थान पर बस एक ही बात थी कि भगवान ने आज सही मायने में न्याय किया है। क्योंकि संदीप ने … Read more

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