पति के नाम एक पाती – सरला मेहता
सुनो जी, प्यार भरी लंबी उम्र,,, और क्या लिखूं,प्रिये प्रियतम के नाम से कभी पुकारा ही नहीं। हाँ, पाँती लिखने ही बैठी तो आज सारी दिल की बातें लिख ही दूँगी। आप बहुत अच्छे हैं,अरे यह ‘आप’ संबोधन तो मेरे लिए दीवार ही बन गया है। आज तो मैं ‘तुम’ ही लिखूंगी,चाहो तो बुरा मान … Read more