नई सुबह का सूरज – निभा राजीव”निर्वी” : Moral Stories in Hindi

सबकी प्यारी दुलारी सत्रह वर्षीया आशी! उस बड़े से संयुक्त परिवार की लाडली! घर में उसके मां पापा, भाई, दादा, दादी, चाचा, चाची, चचेरी बहन, और चचेरा भाई। सबके प्रेम प्यार और एकता का अद्भुत संगम था इनका परिवार! और आशी… वह तो सबसे छोटी सबकी आंखों का तारा थी! सब जी भरकर नेह लुटाते … Read more

ईश्वरत्व – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

मां तू मेरे पास बैठे रह अपने नन्हे कोमल हाथों से विशाखा का हाथ कस कर पकड़ते हुए अबोध मुन्नू ने कहा तो विशाखा की आँखें भर आईं। हां हां बिटवा हम यहीं बैठे हैं।अपने बेटू के पास से उठ कर कही ना जायेंगे कहने के बाद विवशता की एक टीस उसके कलेजे को चीर … Read more

जेठानी का दोगलापन – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

दीदी आपके मायके से तो जो तीज आएगा वही साड़ी आप पहनिएगा? आपकी माँ तो साड़ी मे फॉल पीको करवाकर और ब्लाउज बनवाकर भेजती है।आपको तो कोई दिक्क़त नहीं होता है पर मेरे मायके से तो पैसा आता है।आपको पता ही है,पापा आपके देवर के अकाउंट मे पैसा डाल देते है। कल ही पैसा आया … Read more

रक्षक – प्रियंका सक्सेना : Moral Stories in Hindi

बरसात की अँधेरी काली रात है। आसमान जैसे अपने आँचल से लगातार भर-भरकर पानी उड़ेल रहा है । ऐसा लग रहा है  मानो बस बादल  ही फटने की देर है । जिधर देखो सड़कों पर कीचड़, गड्ढे और अँधेरा ही अँधेरा, हाथ को हाथ सूझ नहीं रहा है दूर की तो छोड़िए पास का भी … Read more

काली रात का सच – नीरज श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

“कौन हो तुम?? देखो, मेरे पास मत आना।  मुझे, मुझे मत मारो। तुम जो कहोगे मैं वही करुँगी। मुझे जाने दो। प्लीज, मुझे जाने दो।”         ये शब्द सोनाक्षी के थे। जो अभी गहरी नींद की आगोश में बिस्तर के एक तरफ लेटी हुई थी। उसका शरीर पसीने से लतपथ था और … Read more

काली रात – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

“ये क्या मां आप फिर रोने लगी, जब भी आप ऐसे इमोशनल सीन देखती हो बस रोने लग जाती हो।( सोनल टीवी पर पिता पुत्री के स्नेह को दर्शाता एक सीन देखकर भावुक हो गई)  अब तो नानाजी को गुजरे हुए भी 10 साल हो गए पर आपका उनको इस तरह रह रह कर याद … Read more

मेहंदी की वो काली रात – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“अरे लता कहाँ हो ….?शादी का घर है सब अपने में मस्त हैं….पता है कि नहीं शादी के घर में कितने काम होते…. दुबके पड़े हैं सब रजाई में।”सुबह सुबह गाँव से शहर पहुंची कम्मो बुआ घर में घुसते ही कृतिका की माँ को आवाज देने लगी “आई दीदी…..वो मैं नहा रही थी फिर आज … Read more

मुँह पर और, दिल में कुछ और – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

बहन, मैं तो बहुत खुश हूं, रिया के लिए हमें इतना अच्छा घर बार मिल रहा है, लड़के की सरकारी नौकरी है, रहने लायक घर भी है,  बहन शादी शुदा है, ससुर की भी पेंशन आती है, रेशमा कह रही थी कि रेनू यानि की रिया की होने वाली सास भी स्वभाव की अच्छी है, … Read more

समझदारी – पूनम अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

“बेटा , शाम को ऑफिस से आज जल्दी आ जाना । कोई तुम्हें देखने आने वाले हैं ”  पिता की आवाज सुन कर रागिनी के पैर ठिठक गये । वह माँ के पास जा कर बोली ” ऐसी भी क्या जल्दी है माँ ” । माँ ने प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरा और … Read more

काली रात – अर्चना नयन : Moral Stories in Hindi

सच में ये आज कल जो बच्चों का ये me time concept कितना अच्छा है ना, कुछ वक्त सिर्फ अपने लिए, अगर बच्चों ने ज़िद कर के मुझे अकेले नहीं भेजा होता तो मैं ये अहसास ही नहीं कर पाती कि ये खुद के साथ समय बिताना कितना सुकून भरा होता है….       सोचते सोचते गरिमा … Read more

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