झूठे दिखावे से जिंदगी नहीं चलती – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi :

आज फिर नीता के ही दोनों बच्चे विनर घोषित किए गए हैं। स्कूल मैं फैंसी ड्रेस शो था। मीनल ने अपने बच्चों को फैंसी ड्रेस  शो में बेटी को फूल और बेटे को खरगोश बनाया था और इसके लिए वह बाजार से काफी महंगी ड्रेस किराए पर लाई थी, इसके विपरीत नीता ने बेटे को … Read more

झूठे दिखावे से जिंदगी नहीं चलती – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

भाभी जी अपनी क्राकरी दे दीजिए मेरी सहेलियां आ रहीं हैं । गीता का ये आए दिन का धंधा था। उसकी मांगे और दिखावे की जिंदगी से पड़ोसी रमा परेशान हो चुकी थी।कई बार तो उसने उसे समझाने की कोशिश भी किया कि,” गीता हमारे पास जो है उसी में संतुष्ट रहना चाहिए ना की … Read more

झूठे दिखावे से ज़िंदगी नहीं चलती – रश्मि सिंहल : Moral Stories in Hindi

अपने दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर मोनिका ने फोन उठाया। देखा कि नई ड्रेस और पर्स वाली उसकी पोस्ट पर ढेरों लाइक्स और प्रशंसा के कमेंट्स थे। उसका मन खुशी और गर्व से भर गया। सोशल मीडिया के दौर में जिसे देखो वही झूठी शान बघारने में लगा हुआ है। कोई दिखावे का एक छोटा … Read more

झूठे दिखावे से जिंदगी नहीं चलती – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

आंगन में धूप ने अपने पैर पसार लिए थे। ऐसे भी जाड़े की धूप तन और मन दोनों को ही बड़ी भली लगती है। सुधा जी अपनी छड़ी लेकर दीवार के सहारे से होते हुए आंगन में रखी सोफा पर आकर बैठ गई और अपने पैरों में हल्की-हल्की सरसों के तेल से खुद ही मालिश … Read more

दीवार – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

मुझे पता है बिन दीवारों के घर नही होता पर ये जब ………… कहती सकती मृदुला कि आंखें भर आईं। बात उन दिनों की है  जब वो नईं नईं ब्याह कर आई थी।कार से उतरते ही ” अभी तो किसी का चेहरा भी नही देखा था ” लम्बे घूंघट में परछन कर धीरे से ज़मीन … Read more

प्यारी साजिश – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

सुबह से खुश लग रहे प्रयाग जी अचानक ही उदास और गमगीन से हो गए। उनकी पत्नी समीरा चाय बना रही थी ।वह चाय का बेसब्री से इंतजार भी कर रहे थे लेकिन अचानक  कोई फोन आया और वह घर से उठकर बाहर चले गए। जब तक समीरा चाय लेकर आई प्रयाग घर पर नहीं … Read more

अपनों की पहचान – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

आज रजनी बहुत दुखी थी। कारण भी बड़ा अजीब था—जिस राजेश बाबू को वह जीवनभर ताने देती रही, बुरा-भला कहती रही, उसी इंसान ने उसकी जिंदगी के सबसे कठिन क्षण में उसका सहारा बनकर उसके पति की जान बचाई थी। आज से आठ दिन पहले अचानक मदन जी को दिल का दौरा पड़ा था। पूरा … Read more

टूटती साँसे – नीरज श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

बूढ़े कदम मंजिल को ओर बढ़ रहे थे। दोनों हाथों से साइकिल की हैंडिल संभाले सुदेश मन ही मन कुछ सोच रहा था। साइकिल पर हर प्रकार के खिलौने लदे हुए थे। देखते ही देखते सुदेश अचानक एक चौराहे पर रुक गया और एक तरफ खिलौनों को नीचे उतारने लगा। शायद उसकी मंजिल आ चुकी … Read more

झूठ हमेशा झूठ ही रहेगा – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

   “जाओ मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी, रोज रोज की चिक चिक से तंग आ चुकी हूं मैं, जब भी पूछो, कल बात करता हूं, कल बात करता हूं, पता नहीं तुम्हारा ये कल कब आएगा”, विभा ने    पुनीत से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा        “ बस सिर्फ एक हफ्ता और दे दो, ये बात … Read more

आंखे नीची होना – रीतू गुप्ता : Short Story in Hindi

देखिए ना, जब से गणेश विसर्जन करके आए है, विनायक तब से रो रहा है, चुप ही नहीं हो रहा-  रिंकी ने अपने पति अंशुमन से कहा । अंशुमन .. अरे! उसे बप्पा के साथ अटैचमेंट हो गया होगा,आज विसर्जन हुआ है ना इसीलिए रो रहा है। एक दो दिन में भूल जाएगा तुम चिंता … Read more

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