विश्वासघात – उर्वी झुनझुनवाला : Moral Stories in Hindi

कहते हैं, रिश्ते विश्वास पर टिके होते हैं। एक बार यह धागा टूट जाए, तो फिर लाख जोड़ने की कोशिश करो, कहीं-न-कहीं दरार बाकी रह ही जाती है। राजीव एक महत्वाकांक्षी युवक था। छोटे से कस्बे से निकलकर उसने शहर में अपनी पहचान बनाई थी। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही वह बेहद होशियार और … Read more

भाईयों का विश्वासघात – गीतू महाजन : Moral Stories in Hindi

“तेरा बाप यहां नौकर था समझा”, मंझले चाचा के मुंह से निकली यह बात रजत के दिल में तीर की तरह चुभ गई थी।वह जानता तो था कि उसके तीनों चाचा बेईमानी की सारी हदें पार कर चुके हैं पर अपने पिता के लिए अपमान भरे शब्द सुन उसका खून खौल गया था।  रजत के … Read more

अपनों की पहचान – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

लता दी के दूर के रिश्ते के भाई का बेटा था मानव… जब पहली बार मानव लता दी के घर आया, उसे देखते ही लता दी का मन… एक अनजाने अपनत्व से भर उठा…   लता दी कि अपनी भरी पूरी गृहस्थी थी… उनके पति की अच्छी नौकरी थी… दो बेटियां थीं… कमी तो कोई नहीं … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – गीता अस्थाना : Moral Stories in Hindi

शादी होकर माधवी का गृह प्रवेश संयुक्त परिवार में हुआ था। तब से वो परिवार के साथ बड़े प्रेम भाव और अपनत्व से रह रही थीं। परिवार के नाम पर उनका अपना परिवार -पति विमल,तीन बच्चे और स्वयं माधवी।दूसरा परिवार था उनके देवर शिवम, उनकी पत्नी और एक बेटी। दोनों भाइयों का परिवार आपसी प्रेम, … Read more

कसक – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

शारदा देख रही थी कि जबसे उसकी प्यारी पोती गोपिका का विवाह तय हुआ है, उसके चेहरे की मुस्कान और हॅसी नकली हो गई है। वह बाहर से सबको दिखाने के लिये हंसती मुस्कुराती है लेकिन उसके अन्दर कोई द्वंद्व चलता रहता है।  ऐसा भी नहीं है कि नवल से विवाह के लिये किसी ने … Read more

विश्वास घात – हेमलता गुप्ता : ries in Hindi

शिवानी बेटा..  तेरे पापा मम्मी भैया भाभी तेरी बड़ी बहन, तू मेरा बेटा सब वैष्णो देवी माता के दर्शन के लिए जा रहे हैं, मेरी तो कितने सालों से इच्छा थी कि मैं भी माता रानी के दरबार में जाऊं पर मेरी यह इच्छा कभी पूरी ही नहीं हो पाई, विवेक के पिता  मेरी हर … Read more

अपना और पराया – विनीता महक : Moral Stories in Hindi

चारों तरफ त्राहि त्राहि मची थी। पूरे संसार पर प्रलय जैसा माहौल था। कोई कुछ समझ नहीं पा रहा था। सब यही बातें कर रहे थे कि कोई ऐसा बैक्टीरिया फैला है जो धीरे-धीरे सबको मार देगा ।कहां से आया, कैसे फैला यह कोई नहीं जानता था। उसी समय ग्राम पंचायत मुखिया यानी प्रधानी के … Read more

स्वतंत्रता सेनानी देशभक्त अमर सपूत – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

  आ  रामविलास नारायण सिन्हा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।  इन्होंने अकेले और पत्नी के साथ ब्रिटिश हुकूमत को उखाड़ फेंकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपनी कालेज की पढ़ाई छोड़ वे स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े। वे महात्मा गांधी की तरह अहिंसा के पुजारी थे असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा, भारत छोडो़ आंदोलन, नमक कानून में … Read more

आप अपने बेटे के साथ क्यों नहीं रहते – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

सोसाइटी में नई नई रहने आई सुषमा जी से सोसाइटी  की बाकी सब औरतें उनके साथ घुल मिल कर रहने की कोशिश करती मगर उनका अहम शायद उन्हें सबसे मिलकर रहने की  इजाजत नहीं देता था या फिर कुछ ओर बात थी?? यहां तक की वे बातें भी नापतोल कर ही करती थी। शाम के … Read more

 अपनों की पहचान -सुनीता माथुर : Moral Stories in Hindi

सुष्मिता 2 साल पुराने अपने ख्यालों में खो जाती है—- कितना अच्छा समय था पति समीर बैंक मैनेजर थे और रिटायर्ड होने में अभी 2 साल ही बाकी थे उनकी हार्ट अटैक से मृत्यु हो जाती है, समीर मेरे साथ-साथ अपने बेटे शशांक  और बेटी शालिनी का बहुत ध्यान रखते थे रिटायर्मेंट के पहले ही——- … Read more

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