कुछ तो लोग कहेंगे – के आर अमित

हांजी भैया जी आपकी एक किलो चीनी हो गयी और दूध का पैकेट भी डाल दिया। बोलो तो ये कपड़े धोने का साबुन दे दूं नया आया है बहुत बढ़िया क्वालिटी है आपका काम आसान हो जाएगा। मेरा काम आसान हो जाएगा मतलब?? अरे भैया जी अब इसमें छुपाने की क्या बात है पूरा मोहल्ला … Read more

बंद खिड़कियां – लतिका श्रीवास्तव

खूबसूरत शहर शानदार सड़कें सड़कों के किनारे विशाल अट्टालिकाएं उन्हीं में दड़बेनुमा फ्लैट्स में रहते परिवार । व्यस्तता की आंधी में गोते लगाते धनोपार्जन के चक्रवात में गिरते संभलते जीवन को जीने के यत्न करते परिवार। ऐसे ही एक मोहल्ले में रहने आई थी मधु । अकेले ही रह रही थी वह अपनी मंजिल के … Read more

शादी का लहंगा – श्वेता अग्रवाल

पलक की शादी पक्की हो गई थी। घर में खुशी का माहौल था। लड़के वालों ने उसे पहली बार में ही पसंद कर लिया था। पलक के चेहरे पर वह खुशी साफ झलक रही थी जो किसी भी लड़की के मन में शादी तय होते ही आ जाती है। उसका ज्यादातर समय अब फोन पर … Read more

लोग क्या कहेंगे – कमलेश राणा

सुनो जी.. सुबह ऋतु का फोन आया था आज फिर उनके घर में क्लेश हुआ है। मैं तो रोज – रोज यही बातें सुनकर थक गई हूं। बेटी को समझाओ कि तुम उनके हिसाब से एडजेस्ट करो तो वह आधी बात सुनने को तैयार नहीं है.. भुनभुना कर फोन पटक देती है, कहती है कि … Read more

दुनिया दो धारी तलवार – विमला गुगलानी

   “ बेटा , अब तुम कर ही लो शादी, कब तक मेरी बनाई कच्ची पक्की रोटी खाते रहोगे, दाल, सब्जी में भी कोई कीड़ा पक जाएगा, तो फिर न कहना, बहुत कम दिखता है मुझे, तेरी छोटी बहन मिष्ठी एक बच्ची की माँ भी बन गई और तूं अभी तक कुवाँरा, अब तो मुहल्ले वाले … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – डोली पाठक

बारह बरसों तक सूनी कोख लिए सरोज अपनी ममता लूटाने को तरसती रही….  हर मंदिर और हर देश प्रतिमा के आगे अपने कोख के गुलजार होने की अनसुनी सी प्राथनाएं कर के रख चुकी सरोज ने जान लिया था कि ईश्वर ने शायद उसके भाग्य में ये सुख दिया हीं नहीं था… उसकी गोद भले … Read more

आपे से बाहर होना – निमिषा गोस्वामी

शालू ऊ ऊ ऊ ऊ तुमने इन बच्चों को मेरे कमरे में कैसे आने दिया। निकालो इन्हें बाहर।सारा कमरा बिखरा दिया। वैभव अपने कमरे को बिखरा हुआ देखकर आपे से बाहर हो गया। वह ज़ोर से अपनी बीवी पर चिल्ला रहा था। शालू किचन में चाय बना रही थी। गैस बंद कर घबड़ाकर भागी।क्या हुआ … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – नीरज श्रीवास्तव

   कुछ तो लोग कहेंगे की हरिया पागल हो गया तो शायद कुछ कहेंगे कि हरिया भाग्यशाली था जो वह ऐसी घटना का साक्षी बना।          हरिया लखनपुर गाँव में रहता था। हरिया के परिवार में उसके अलावा और कोई न था क्योंकि हरिया के माँ-बाप तो बहुत पहले ही हैजा रूपी महामारी के शिकार हो … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – निमिषा गोस्वामी

एक ऐसे परिवार की कहानी जहां पर औरतों को अकेले घर से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं थी। चाहे वह बेटी हो या बहु। अमरनाथ का परिवार एक ऐसा ही परिवार है। संयुक्त परिवार होने के कारण घर के सबसे बड़े यानि कि अमरनाथ के पिता सिरोमणी जी का ही आदेश सर्वोपरि होता है। अमरनाथ … Read more

कडवी जुबान – परमा दत्त झा

आज बृजेश मिश्र को श्रेष्ठ कलाकार के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। सम्मान समारोह में उन्हें पांच लाख नकद राशि, एक स्वर्ण पदक सहित समान से सम्मानित किया गया है।उसके बाद खुशी से चहकता फोटो था। अब काटो तो खून नहीं -बिटटी सारा कुछ हड़पकर रानी बनी बैठी है और हम उनकी औलाद ठोकर … Read more

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