क्यों औरत बने कठपुतली? – रोनिता कुंडु

आपकी पत्नी अब कुछ ही महीनो की मेहमान है, काश आप लोग कुछ महीने पहले आ गए होते तो, शायद कुछ किया जा सकता था। डॉक्टर ने अतुल से कहा अतुल:  डॉक्टर! क्या सच में अब कुछ भी नहीं हो सकता? पर उसे इतना तेज़ दर्द पहले तो कभी नहीं हुआ और जिस दिन हुआ … Read more

कान भरना – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

जगन्नाथ जी आठ दिन से रोज सुबह होते ही मंदिर की सीढ़ियों पर आ कर बैठ जाते और मंदिर के पट बंद होने के बाद ही घर जाते। कई बार वह कुछ बड़बड़ाते हुए रोने लगते थे। मेरे लाख पूछने के बाद भी वह इसका कारण नहीं बताते। वे इस नगर के धनाढ्य और जाने … Read more

कठपुतली नहीं हूँ मैं – मीरा सजवान ‘मानवी’ : Moral Stories in Hindi

“सीमा! दवा दी नहीं अभी तक। पानी भी ठंडा है, गरम लाकर दे।” सीमा की सासू माँ खंखारते हुए  गुस्से में चिल्लाते हुए  बोली। “जी माँजी, अभी लाई। बस पराठा पलट लूँ।” “सीमा! मेरी शर्ट प्रेस की है ना? ऑफिस में प्रेज़ेंटेशन है आज।” “हां, अलमारी में बायीं तरफ़ रखी है… मैं निकाल दूँ?” “नहीं, … Read more

सास को बहू की तकलीफ नहीं दिखती है – मीनाक्षी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

एक बड़े से घर में निर्मला देवी रहती थीं।  उनका स्वभाव कड़क और अनुशासन भरा था। पूरे घर में उनका ही नियम चलता था। बच्चों को समय पर उठाना, समय पर खाना खिलाना, समय पर पढ़ाना और थोड़ी बहुत कसरत भी करवाना, यह सब उनके रोज़ के नियम थे। घर का हर काम घड़ी की … Read more

एक धागे की कठपुतली – मीनाक्षी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

एक बड़े से शहर में एक मध्यम वर्गीय परिवार रहता था। माता-पिता और उनके तीन बच्चे – संजय, विक्रम और सबसे छोटा अमन। सभी बच्चे बड़े हो गए थे और संजय और विक्रम की शादी हो चुकी थी। घर में रौनक थी, लेकिन एक दिन अचानक सब बदल गया। माता-पिता का साया सिर से उठ … Read more

“सास को बहु की तकलीफ नही दिखती है” – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

सुमन बहुत ही हँसमुख,औऱ सरल स्वभाव की  थी। उसकी सासु माँ(जानकी देवी ) बहुत तेज तर्रार थी। पूरे घर में सब उनकी बात मानते थे ,उनके परिवार में उनके श्री मान रमाकांत जी, बेटा अमित,   दो बेटियां, रीता औऱ गीता थी । जानकी देवी जी अपने बच्चों का बहुत ध्यान रखती थी, किसी चीज की … Read more

सास भी माँ ही होती है – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

     मेघना की शादी की तारीख जितनी पास आ रही थी, उसके दिल की धड़कने उतनी ही बढ़ती जा रही थी। शादी की तैयारियों में तो वो सब भूल जाती लेकिन अकेले में उसे एक डर सा सताता। और वो सच्चा भी था। उसका बचपन गांव में संयुक्त परिवार में बीता जहां उसकी मां ,ताई और … Read more

पति का साथ – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

——–++++++++++ धड़ाम की आवाज़ सुनकर सब अपने अपने कमरे से बाहर आ गए।इतने में पति देव ने गोद में उठा झट बिस्तर पर लेटा दिया। रेखा का पूरा बदन भट्ठी की तरह तप रहा था ।उसे कुछ नही समझ आया तो वो रसोई से ठंडी बोतल का पानी कटोरा भर लाया और बेड पर पड़े … Read more

सास को बहू की तकलीफ़ नहीं दिखती है। – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

अयी महारानी ऊठो,सुबह के आठ बज गये, क्यों चाय नहीं देनी-सास राधा अपनी बहू माया को ताने मारकर जगा रही थी। माया दस साल पहले व्याह कर इस घर में आयी थी ,सास के व्यवहार से तंग आ गयी थी।खांसकर जुबान से आग उगलती थी। आज मेरी तबियत ठीक नहीं है -वह धीमे स्वर में … Read more

सीख – सुनीता मुखर्जी “श्रुति “: Moral Stories in Hindi

आराधना की प्रथम पोस्टिंग महानगर में हुई। वह बड़ी-बड़ी इमारतें, मॉल, सिनेमा घर, और पार्क और भीड़ भाड़ देखकर अवाक थी । उसने यह सब टेलीविजन में देखे था। एक छोटे से गांव की बाला …कम उम्र में ही उसका विवाह हो गया।  विवाह के पश्चात उसने पढ़ाई करने की ठानी,और यह संकल्प लिया कि … Read more

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