बड़ी बहू – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

बड़ी बहू होने के नाते मनोरमा बहुत समझदार और पढ़ी-लिखी थी जब वह बहू बनकर घर में गई थी तो उसके साथ छोटा देवर और एक छोटी नंद मनोरमा दिखने में बहुत सुंदर खूबसूरत और पढ़ी-लिखी थी मायके से वह तीन बहने और एक भाई थे पढ़ लिखकर नौकरी करना चाहती लेकिन अचानक ही अच्छा … Read more

आईना – ममता भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

दरवाज़े पर घंटी की आवाज़ सुनकर सीमा ने दरवाजा खोला तो देखा कि उसकी घरेलू सहायिका शांति खड़ी थी। सीमा ने उसे प्रश्नवाचक निगाहों से देखा तो शांति ने स्वम् ही कहना शुरू कर दिया कि दीदी! आज हमारे विवाह की सालगिरह है ,इसलिए मैं आज जल्दी काम करके चली जाऊँगी।वह बहुत प्रसन्न दिखाई दे … Read more

घर टूटने पर हर बार बेटे-बहु को ही दोष क्यों दिया जाता है? – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

शाम को अपने दोस्त के घर से आने के बाद से ही मेरा बेटा कुछ उदास-उदास सा लग रहा था। उसकी आँखो को देखकर लग रहा था कि वह मुझसे कुछ कहना चाह रहा है पर कह नहीं पा रहा। रात के खाने तक उसकी चुप्पी मुझे खलने लगी। वह किशोरावस्था में था अतः मुझे … Read more

रक्षाबंधन ऐसा भी – सुनीता माथुर : Moral Stories in Hindi

 रिम्मी और सिम्मी दोनों बहनों ने 5 साल से अपने भाई को राखी नहीं बांधी थी क्योंकि दोनों की ही पोस्टिंग बाहर थी दोनों इंजीनियर थीं और उनके पति भी इंजीनियर थे इस बार दोनों बहनों ने रक्षाबंधन पर अपने भाई और भाभी को सरप्राइस देने की सोची            दोनों ही बहने अपने भाई से छोटी … Read more

बड़ी बहू – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

 मै आरती, बी ए में थी सिर्फ उन्नीस साल की।बड़ी बहू बनकर अपने ससुराल आ गई ।सुना था अच्छे लोग हैं, छोटा परिवार है ।पिता जी साधारण पोस्ट पर थे।साधारण लेनदेन करके बेटी को विदा कर दिया ।आर्थिक स्थिति चाहे बहुत अच्छी न रही हो पर माता पिता का प्यार, दुलार बहुत मिला । इस … Read more

कुंभ- स्नान – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  ” जानकी जी, महाकुंभ खत्म होने में अब तो कुछ ही दिन रह गये हैं..आप चलेंगी ना..हम टिकट करवा ले…।” शांति जी अपनी पड़ोसिन से पूछने लगी तो जानकी जी बोलीं,” नहीं शांति बहन..हम नहीं जा सकेंगे..आप और सुलोचना बहन चले जाईये..।” ” पिछले कई महीनों से तो आप ही रट लगाये हुए थी..फिर अब … Read more

फ़र्ज़ – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

       ” प्रकाश..कुछ दिनों में मैं तुम्हारे रुपये लौटा दूँगा..बहन की शादी आ पड़ी है।बचाये हुए रुपये बेटे की बीमारी में खर्च हो गये वरना मैं तुमसे कभी नहीं…।”   ” लौटाने की बात नहीं है भाई..सच में इस वक्त इतनी बड़ी रकम मेरे पास नहीं है..बिजनेस में भी घाटा हो रहा है तो…।” मित्र दिनेश की … Read more

क्या बड़ी बहू होना उसका अपराध था – उर्मिला मोहता : Moral Stories in Hindi

आज मैं अपने पसंदीदा शहर पहुँची तो लगा कि ये गलियाँ ,ये हवायें और यन्हा की ख़ुशबू मेरा स्वागत कर रही है और मैं भी उन पुरानी यादों को तरोताज़ा करने के लिए  बहुत उत्सुक थी । क़रीब पाँच दशक पूर्व विवाह के बाद इस धरा पर कदम रखा था । घर की बड़ी बहू … Read more

बेचैन मन – विनय मोहन सिंह : Moral Stories in Hindi

मनोहर एक छोटे से गांव में अपने माता-पिता के साथ रहता था। उसके पिता की गांव में अपनी छोटी सी परचून की दुकान थी। जिसकी कम आमदनी से घर का खर्च बड़ी कठिनाई से चल रहा था। उसके माता-पिता ने मनोहर की शादी पास के ही गांव में एक साधारण परिवार में की थी। अब … Read more

बड़ी बहू… एक जिम्मेदारी – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बड़ी बहू.. इस बार तुम्हारे पिताजी ने यह क्या किया सभी के लिए कपड़े अपने आप ही भेज दिए हर बार तो हमारी पसंद के कपड़ों का ही कहते थे, 8 साल हो गए तुम्हारी शादी को आज तक कभी उन्होंने ऐसा नहीं किया मुझे तो लगता है तुम्हारे ऊपर भी छोटी बहू के घर … Read more

error: Content is protected !!