बड़ी बहू – अनिता मंदिलवार सपना : Moral Stories in Hindi

       बड़ी बहू का घर में आगमन होने वाला था । घर सजा हुआ  और सभी उत्साह से तैयारी कर रहे थे । ननद और देवर तो बारात में गए थे और वैवाहिक कार्यक्रम का लुत्फ उठा रहे थे । इधर घर पर सास, चाची सास, बुआ सास, मामी सास सम सभी प्रतीक्षा में थे । … Read more

बड़ी बहू – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

अरे कुछ तो कुल की मान मर्यादा के बारे में सोचा होता क्या मुहं दिखाएंगे समाज को रिश्तेदारों को क्या बताएंगे हम कि किस नीच मनहूस को ब्याह के लाया है। पूरी दुनिया मे तुझे यही मिली थी क्या अपनी जाति में लड़कियां खत्म हो गईं थी पता नही कैसे इसने मेरे बेटे को अपने … Read more

घर टूटने पर आखिर हर बार बेटे-बहू को ही दोष क्यों दिया जाता है? – मुकुन्द लाल : Moral Stories in Hindi

   सुबह अंधेरे मुंँह उस दिन विपिन के घर में शोरगुल हो रहा था। उसके परिवार के सदस्य हर्षोल्लास के साथ यात्रा करने की तैयारी में मशगूल थे। विपिन की तीनों बेटियों को उसकी पत्नी कीमती नए डिजाइन की पोशाकें पहनाकर उन्हें सजाने  संवारने में लगी हुई थी। थोड़ी देर के बाद स्मृति स्वयं कीमती परिधान … Read more

नुकसान – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

भगवान भला करें बिटिया भोलेनाथ के नाम पर इस झोली में कुछ डाल दो मैं वक्त की मारी दुखिया हूं… सड़क के किनारे बस का इंतजार करती रुचि और उसकी सहेली मीनल के सामने अचानक एक कमजोर महिला आ गई। शर्म करो हाथ पांव सलामत है फिर भी यूं सड़क पर खड़े होकर हाथ फैला … Read more

ढलती उम्र – कंचन श्रीवास्तव आरज़ू : Moral Stories in Hindi

कल्पवास का आख़िरी दिन और अम्मा सोच रही है कि कैसे कहे बच्चों से कि जब वो लौटे तो उसके बच्चे भी वही करें जो वो अपनी सास के साथ करती थी ।अब भाई वो समय कुछ और था जब उसकी सास लौटती थी तो कितना उत्सव सा माहौल रहता था । कोई पकवान बना … Read more

वीरान बगीया – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

अभी आधा घंटा ही हुआ था टैक्सी को रवाना हुए जिसमें रोहन,शिवि, दोनों बच्चे  रोहित एवं शुभि के साथ बैंगलोर के लिए निकले थे। उनके जाते ही घर में मौत का सा सन्नाटा पसर गया। मनोहर जी एवं विभा जी अकेले रह गए।विभा जी का तो रो रोकर बुरा हाल था। उनकी हिचकियां थीं कि … Read more

बडी बहू – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

आज रमा ने बेटी का ब्याह कर बेटे बहू दोनों का फ़र्ज़ निभाया है।सास कांता की आंखों से आंसू निकल रहे थे और वह बार बार बहू का हाथ चूम रही थी। ले बहू चाय पी ले-जब सास ने प्याला हाथ में दिया तो चौंक गयी।आज सारा काम पूरा हो गया। वह चाय पीते हुए … Read more

बड़ी बहू या कठपुतली – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

पूरा घर फूलों की लड़ियों और रंग-बिरंगी बिजली की झालरों से सजा हुआ था बेला और गुलाब के फूलों की महक से पूरा वातावरण सुगंधित हो रहा था। चारों ओर खुशियों का माहौल दिखाई दे रहा था हो भी क्यों ना!!आज ठाकुर प्रताप सिंह के बेटे की शादी थी। ठाकुर प्रताप सिंह की पत्नी सुजाता … Read more

एक मिसाल.. फर्क और फर्ज की – चांदनी खटवानी : Moral Stories in Hindi

इतनी सवेरे सवेरे आज फोन किया है भाई.. क्या बात है.. राजीव का फोन रिसीव करते ही वीणा के मुंह से निकला! वह.. थोड़ा रुक कर.. फोन पर नहीं बता सकता.. आज तो तेरी छुट्टी होगी ना.. टाइम निकाल कर घर आ जा! राजीव की आवाज में काफी संजीदगी थी.. उसने अनमने सारा काम निपटाया.. … Read more

वक्त पर काम आना – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

मानसी को लोग देखकर यहां वहां भाग जाते थे लोग सोचते थे कि यह आएगी और बताने लगेगी की हमें कैसे रहना चाहिए क्या करना चाहिए क्योंकि मानसी एनजीओ में काम करती थी और दिनभर उसे कई लोगों को समझाना पड़ता था कि हमें अच्छे से रहना चाहिए और हमें पढ़ लिखकर अच्छे संस्कार रखना … Read more

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