“बड़ी बहू” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

नहीं बडी बहू एक कदम भी आगे मत बढ़ाना। तुम्हें मेरी कसम, लेकिन अम्मा एक झलक लल्ला की देख आती, चलो ना हम दोनों चलते हैं। उस छोटे से बच्चे की क्या गलती? आपने कितने मन्नत के धागे बांधे हैं छोटी की गोद भर जाए। पूरे 6 बरस बाद सुनी है भगवान ने आपकी। देवर … Read more

बड़ी बहू – नेमीचन्द गहलोत : Moral Stories in Hindi

 विवाह में इतनी भागदौड़ होने के बाद भी विद्या के चेहरे पर थकावट की  सिकन तक नहीं थी !  मेहमानों की आवभगत, परिवार की महिलाओं व रिश्तेदारों से मिलने व बच्चों से स्नेह की औपचारिकता बेखूबी से हंस हंस कर निभा रही थी । वह धम धम करते घर की छत पर चढ़ी । जहाँ … Read more

बड़ी बहू- – एक जिम्मेदारी – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

“देखो… फिर मुंह चला रही है, खाना बनाते बनाते… अरे बड़ी बहू हो घर की… कितनी बार समझाना पड़ेगा… जैसा तुम करोगी, तुम्हें देखकर ही ना कल जो अनुज की दुल्हन आएगी… वह भी सीखेगी…!”  “वो मां… बस नमक लगा डालना भूल गई हूं… इसलिए थोड़ा चख रही थी…!” ” यह तो और भी बुरी … Read more

कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

कुंभ जाने की बातें रोज सरोज अपने पति से करती… आस पड़ोस रिश्तेदार सभी जा चुके हैं.. अजी हम दोनों हीं अभागे हैं जो अब तक नहीं जा पाए.. रमेश बोलता चले तो जाए पर मईया का क्या करें.. सरोज अपनी सास को कोसने लगती बुढ़िया मरती भी नहीं है…. हमे खा कर दुनिया से … Read more

सुकून – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

दीदी ,  आप  इतनी देर से क्या ढूँढ  रही है इस अलमारी में?  पूरा घंटा बर्बाद हो गया…. मैंने पूरी अलमारी तीन-तीन बार छान डाली पर साड़ी नहीं मिली । माँ की एक पिंक साड़ी ढूँढ रही हूँ , नानी की निशानी है ।  पिंक साड़ी? सफ़ेद मोतियों वाली ? जो माँ के पास नानी … Read more

मां मेरी पत्नी की जगह अगर आपकी बेटी होती तो – सुनीता माथुर : Moral Stories in Hindi

अन्वी जल्दी मेरा टिफिन लगाओ बैंक जाने में देर हो रही है मुझे भी टाइम से पहुंचना है मैं बैंक में मैनेजर हूं तो मेरी जिम्मेदारी है—–! अरे लगाती हूं, लेकिन खाना तो पूरा बना लेने दो, खाना तो ठीक है लेकिन कुछ खा तो लो, रोज भूखी अपने ऑफिस जाती हो! मां—– आप जरा … Read more

“मा, मेरी पत्नी की जगह आपकी बेटी होती तो…” – अभिषेक शर्मा : Moral Stories in Hindi

यह कहानी एक छोटे से गांव की है, जहां एक किसान का परिवार सुख-शांति से रहता था। किसान का नाम रमेश था, और उसकी पत्नी का नाम सुनीता था। दोनों की शादी को दस साल हो चुके थे, और उनके एक प्यारी सी बेटी भी थी, जिसका नाम रिया था। परिवार के सदस्य हमेशा एक-दूसरे … Read more

बड़ी बहू – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

ओ बड़ी बहू मेरे लिए एक कप चाय बना दे। सर बड़ा भारी सा हो रहा है। राधा जी अपनी बहू मानसी को बड़ी बहू कहकर ही बुलाती थी। मानसी भी उनकी एक आवाज पर दौडी चली आती थी। मानसी चाहे उनकी कितनी सेवा कर ले पर राधा जी अपनी बड़ी बहू से कभी खुश … Read more

दूर हुई गलतफहमी – सिम्मी नाथ : Moral Stories in Hindi

अनामिका  सोती हुई छोटी सी बच्ची लग रही थी , उसके घुंघराले बाल गालों को चूम रहे थे , गुलाबी होंठ  सपने में हिल रहे थे ।  मोहित की   इच्छा हुई कि सपने में हँसते होठों को   हौले से छू कर जगाए , लेकिन दूसरे ही पल उसे अनामिका की बात याद आ … Read more

बड़ी बहू – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

निखिल! सबसे पहले तुम दोनों बड़ी बहू का आशीर्वाद लेकर आओ फिर मंदिर में दीया जलाना ।  बड़ी बहू- यह शब्द सुनते ही परिधि के कान खड़े हो गए । निखिल ही तो बड़ा बेटा है पूरे परिवार में यानि दोनों चाचा ससुर, दोनों बुआ सास , यहाँ तक कि ननिहाल की तरफ़ भी सबसे … Read more

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