आवाज उठानी जरूरी है ( भाग 1)- संगीता अग्रवाल

” जाहिल औरत ये क्या किया तूने गँवार है गँवार ही रहियो तू !” शारदा जी पूजा कर रही थी कि उन्हे बेटे कार्तिक के ये शब्द सुनाई दिये जो वो अपनी पत्नी सांची को बोल रहा था। ” माफ़ कीजियेगा वो मुन्ने का हाथ लग गया इसलिए पानी गिर गया थोड़ा !” सहमी आवाज़ … Read more

एहसास – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : किशोरावस्था शायद होती ही ऐसी है कि दिल नित नए सपने देखने लगता है। बचपन से किताबों से दिल लगाने वाली सुमि भी इस नए एहसास से अछूती ना रही । बारहवीं के पेपर हो चुके थे और रिजल्ट आने में कुछ दिन बाकी थे । शाम के वक़्त जब … Read more

यह कोई एहसान नहीं! – गीता चौबे गूँज  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रीना! अब कैसी तबीयत है मम्मी की? “ “जिसे आप का सहारा मिल जाए, वह भला कब तक बीमार रह सकता है? आपका यह एहसान हम कभी भूल नहीं पाएँगे।”  रीना ने सुनील की तरफ प्यार और आदरपूर्ण नजरों से देखते हुए कहा।  सुनील रीना और उसके परिवार को अपना … Read more

जो होता आ रहा वो हमेशा सही नहीं होता – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहु तुमने नेहा से क्या कह दिया वो रोए जा रही है और अपने घर जाने की की रही है बोल रही अब तो ये घर पर मेरा हक ही नहीं है .. रिचा की सास गुस्से से रिचा को चिल्लाई रिचा अभी कुछ दिन पहले ही बहू बनकर आई … Read more

ये तो मेरा फ़र्ज़ था – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विनीता सरकारी ऑफिस में नौकरी करती थी । यह नौकरी उसे पति के मरने के बाद मिली थी । वे बहुत ही छोटी सी उम्र में ही उसे और रतन को छोड़कर चले गए थे । उसने अपने बेटे को पढ़ा लिखाकर अमेरिका भेजा यह उसकी ही मर्ज़ी थी । … Read more

कन्यादान – आरती झा”आद्या” : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ठकुराइन सरस्वती देवी हवेली में प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। ठाकुर बलदेव सिंह के इशारे पर स्त्री चिकित्सक विभा रानी को हवेली में ही बुलवा लिया गया था। विभा रानी पूरे लाव लश्कर के साथ हवेली में उपस्थित गईं। विवाह के चौदह साल के बाद हवेली में किलकारी गूंजने … Read more

बस इतना ही तो चाहिए…!! – लतिका श्रीवास्तव: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे अम्मा जी भी हैं क्या आशी जी आपने बताया नहीं ..तो फिर कल शाम को आप अम्माजी को लेकर आइयेगा हमने घर पर कान्हा के जन्मदिन का उत्सव रखा है अम्माजी का आशीर्वाद भी हमें मिल जायेगा….रीमा बहुत विनम्रता और आदर से हाथ जोड़ कर निमंत्रित कर रही थी … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 40) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

मनीष कोयल की ओर मुड़ते हुए विनया को दिल से चाहने के अहसास का अनुभव कर रहा था, परंतु अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में संकोच कर रहा था। उसकी नजरें विनया पर होने के बावजूद, वह अपनी भाभी की ओर उन्मुख होता हुआ कोयल की ओर बढ़ रहा था। इसी बीच, विनया तेजी से … Read more

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