मैं हूं ना – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

सेठ रतनलाल की शानदार हवेली और उससे जुड़ा हुआ एक बहुत बड़ा कमरा, जहाँ जसवंत के जन्म लिया, खेला, बड़ा हुआ और आज बैंक में मैनेजर बन गया है।सुबह का समय वह कमरे के बाहर बनी एक छोटी सी फुलवारी में अपने मित्र रमेश के साथ कुर्सी पर बैठा हुआ चाय पी रहा था। रतन … Read more

किस्मत के खेल निराले – सुषमा यादव: Moral stories in hindi

सागर की मां ने सागर के पिता जी के रिटायर्ड होने पर गांव में मानस और यज्ञ, तथा भंडारा का आयोजन किया था।  उन्होंने अपनी बेटी, दामाद और बेटे बहू को भी आग्रह पूर्वक आने का आमंत्रण दिया,, बेटी, दामाद तो पहुंच गए थे यथासमय , परंतु मां, पिता के बहुत अनुनय विनय करने पर … Read more

ये हमारी भाग्यविधाता हैं – सुभद्रा प्रसाद : Moral stories in hindi

 “छि, छि, छि, कौन है ये बुढिया  ? इसने तो सारा फर्श गंदा कर दिया |”  निभा जोर से बोली और सोफे से उठकर  खडी हो गई |                                                    उसके बोलने … Read more

एक जोड़ी आंखें – डा उर्मिला सिन्हा: Moral stories in hindi

जनवरी के सर्द महीने में मेरा सर्वांग जल रहा है-एड़ी से चोटी तक मैं क्रोध , घृणा और अपमान की भीषण ज्वाला में दग्ध हो रहा हूं। कहां  कमी रह जाती है……? इस विषय पर कई बार सोंच चुका हूं। अभी तंदूरी भट्ठी की तरह जलते तन मन से कोई भी सुकून देने वाली बात … Read more

ये घर तुम्हारा भी है – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

“भाभी, चाय पीने का बड़ा मन है, आप भैया के लिए बनाओ तो मेरे लिए भी एक कप बना देना।” साक्षी ने धीमी आवाज में कहा और चुप हो गई। वंदना ने सुन लिया और कहा, “साक्षी, अभी तुम्हारे भैया को आने में समय लगेगा, इतना ट्रेफिक जो रहता है, आधा घंटे की कहते हैं … Read more

देवर बन गया बेटा – हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

किस्मत का खेल देखिए ,सुगना उस घर में बहू बनकर आई थी जहां ना तो लाड चाव करने वाली सास मिली और ना ही नखरे दिखाने वाली कोई नंद, मिले तो सिर्फ हुकुम चलाने वाले ससुर और उनके आज्ञाकारी बेटे महेश जिससे सुगना की शादी हुई और हां साथ में मिली एक 5 साल के … Read more

ये घर तुम्हारा भी है – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

शिवानी बिना किसी नागा के हर रोज वाकिंग के लिए आती थी । सुबह छह बजे उन्हें देखते ही लोग अपनी घड़ी को चेक कर लेते थे । पार्क में कई लोगों को मालूम था कि शिवानी वकील है । शिवानी के ससुर शहर के जाने माने वकील थे । उनके पति विराट ने भी … Read more

बारिश का इश्क (भाग – 5) – आरती झा आद्या: Moral stories in hindi

“कार्यक्रम में इतना उत्साह आ गया था कि जिन्होंने कभी दो पंक्ति भी नहीं लिखी थी, वो भी दो क्या छः पंक्ति की कविता फटाफट रच कर बोल रहे थे। क्या दिन थे वो भी!” वर्तिका की आवाज़ में वह उत्साह था जो उन दिनों के कार्यक्रम में छाया हुआ रहा होगा। सभी ने अपनी-अपनी … Read more

बारिश का इश्क (भाग – 4) – आरती झा आद्या: Moral stories in hindi

लंच की व्यवस्था बगल वाले हॉल में हुई और हम सभी वहां पहुंचकर आश्चर्यचकित थे। लंच के लिए नीचे चादरें बिछाई गई थी, जो हमें गाँव के समारोह की याद दिला रहा था। खुशबूदार चादरों पर बैठकर हमने एक दूसरे के साथ खाना बाँटने का आनंद लिया। मेरे पास पहले से इस तरह के समारोहों … Read more

खुशफहमी – शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi

कभी कभी मनुष्य बडी ही खुशफहमी में रहता -कि वही  कर्ताधर्ता है। उसने बिना एक पत्ता भी इधर से उधर नहीं होना चाहिए जो वह सोचता है वही सच है वाकी कि पूरे  परिवार में सोचने समझने की  औकात ही नहीं है। सागर जी एक नौकरी पेशा, सुखी गृहस्थ थे। वे दो वेटी व  एक … Read more

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