बेटे भी सुरक्षित नहीं – प्रीति सक्सेना
“रवि….. … जल्दी आ बेटा, दूध ठंडा हो रहा है, सैंडविच भी सूख गया, कर क्या रहा है”? ” आया मम्मा….. अरे अरे…. आराम से बेटा, फंदा लग जाएगा, सैंडविच तो खा लो…. टिफिन मैंने रख दिया है पानी की बॉटल ये है…. चलो बाय बेटा, गुड लक “!! “एक रीना है… हर चीज़ कायदे … Read more