ममता – पूजा गीत : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : डॉक्टर स्मिता तेज-तेज क़दमों से अपने पति डॉक्टर सुबोध के केबिन में जा रही थीं। सुबोध अपने केबिन में एक स्टॉफ के साथ  चर्चा में थे कि तभी स्मिता लगभग गिरते पड़ते वहाँ पहुंची। सुबोध इमरजेंसी समझ कर अपने स्टॉफ को बाहर जाने के लिए कहा और अपनी पत्नी के … Read more

मेरी हिम्मत तो आप हो – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दोनों पोता-पोती स्कूल जा चुके थे, सुमित्रा जी ने अपने बेटे और वहू का भी टिफिन तैयार कर दिया था, अपने पति के लिए फिर दलिया बनाने लगी, तभी उनकी बहू राशि बोली, मम्मी जी अभी तो पापाजी सो रहे हैं, क्या सुबह ही नाश्ता कर लेंगे पहले आप सुमित … Read more

फेर समय का – प्राची अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज नव्या एक उच्च अधिकारी है और मनीष उसी के ऑफिस में बाबू पद पर कार्यरत है। मनीष को नव्या मैडम के सामने सम्मानजनक व्यवहार प्रस्तुत करना होता था। उससे बड़ी कोफ्त महसूस होती है जब वह नव्या के केविन में किसी औपचारिक कार्य से जाता। उसका इगो बार-बार हर्ट … Read more

सिर्फ नाम की गृहलक्ष्मी नहीं – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शिवानी, अतुल, सभी बाहर आओ… देखो मैं और भैया तुम सभी के लिए क्या लाए हैं..? प्रज्ञा जी ने कहा… अतुल: क्या है मां..?  शिवानी:  हां मां क्या लाई हो..? प्रज्ञा जी:  तुम्हारे भैया तुम लोगों के लिए दिवाली का तोहफा लाया है… आज हम उसी के खरीदारी करने गए … Read more

गृहलक्ष्मी – ऋतु रानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “हमारी बहू तो ‘गृहलक्ष्मी’ है, जिसने पूरे परिवार को एकसूत्र में बांध रखा है। मैं अपनी दवाई भूल भी जाऊँ लेकिन मेरी बहू , मुझे दवाई देना कभी नहीं भूलती। मेरे लिए समय पर नाश्ते खाने का पूरा ख्याल रखती है। परिवार में छोटे बड़े सभी को पूरा महत्व देती … Read more

टेंशन मत लीजिए मुझे इस सब की आदत है – पूजा मिश्रा  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज तो अरुण ने हद कर दी कितने दिनों बाद पापा हम लोगो से मिलने आए थे मैने उन्हे आग्रह करके रोक लिया था कुछ समय साथ रहने के लिए ।उनका पंद्रह दिन हम लोगो के साथ रहना ही अरुण को भारी लगने लगा ।   पापा के साथ होने पर … Read more

गृहलक्ष्मी वो जो रिश्ते सहेजे – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” अरे शकुन्तला क्या क्या बना रही हो इस बार दीवाली पर!  इस बार हमारी गृहलक्ष्मी हमारी बहू रिया की पहली दीवाली है तो कुछ तो खास होना चाहिए इस बार !” घनश्याम जी अपनी पत्नी से बोले। ” कुछ भी बने पर आपको तो नहीं मिलेगा पता है ना … Read more

जब गृहलक्ष्मी के मन में ही छल कपट आ जाए – स्वाती जैंन  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहु , इस बार दिवाली पर गांव जा रहे हैं तो मैंने और तुम्हारे ससुर जी ने सोचा हैं कि हम दोनों थोड़े महिने वहीं रुक जाएंगे अगर तुम्हें कोई दिक्कत ना हो तो ममता जी अपनी बहु रीवा से बोली !! रीवा बोली मम्मी जी , आप तीन चार … Read more

एक बार फिर (भाग 37 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

शेखर और प्रिया कोर्ट में शादी कर लेते हैं। क्योंकि शेखर कहता है कि मैं तुम्हें अब मना करने का मौका नहीं दूंगा। प्रिया रेड साड़ी में घूंघट ओढ़े शेखर के रूम में बैठी हुई होती है आज उनकी फर्स्ट नाइट है अब आगे- उसके गालों का रंग साड़ी को मैच कर रहा था, शेखर … Read more

गृहलक्ष्मी – शिखा श्रीवास्तव   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज महीने की पाँच तारीख थी। कैलेंडर देखते हुए रमा देवी बेचैन सी घर के आँगन में टहल रही थीं कि यकायक घंटी की आवाज़ सुनकर वो तेजी से दरवाजे की तरफ चल पड़ीं। उन्होंने दरवाजा खोला तो उनकी उम्मीद के मुताबिक सामने उनकी बहू तन्वी के दफ्तर का चपरासी … Read more

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