बदले दुनिया सारी- सासू मां तुम ना बदलना – कुमुद मोहन 

नेहा यार !अब बस भी करो ,एक इंच भी जगह नहीं बची है कार में,रजत झुंझलाते हुए बोला! मम्मी!क्या पूरा घर ही बांध दोगी क्या? नीना और विनय के बेटे-बहू नेहा और रजत क्रिसमस की छुट्टियों के बाद वापस जाने के लिए गाड़ी में सामान जमा रहे थे। ” बस सिर्फ एक बैग और ,ये … Read more

 ‘ उम्मीद से ज़्यादा मिला ‘ – विभा गुप्ता

पुरुषोत्तम बाबू सरकारी नौकरी से रिटायर होकर आराम की जिंदगी बिता रहें थें।बेटी काजल का विवाह अपने ही शहर के एक अध्यापक के पुत्र से दो साल पहले ही कर चुके थें, बेटा आकाश एक प्राइवेट बैंक में काम करता था और पत्नी मंगला सुघड़ गृहिणी थी।पत्नी के सहयोग से ही उन्होंने अपनी सीमित आय … Read more

आप मुझसे पहले विदा होना – डी अरुणा 

राधिका जी का भरा पूरा परिवार। हरे कृष्णा दो बेटे, दो बहुएं, चार पोते, पोतियां।साथ में थे राधिका जी के उम्र दराज सास-ससुर।  अचानक सास की मृत्यु से ससुर जी गुमसुम हो गए। जिस वक्त जीवनसाथी की सबसे अधिक आवश्यकता थी जीवन साथी ने उनका साथ छोड़ दिया। ससुर जी के सारे कार्य सास ही … Read more

बड़प्पन – विभा गुप्ता   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” क्या नेहा….इतने दिनों में एक सैंडविच बनाना भी नहीं सीख पाई…।” कहते हुए सुनीता ने हाथ में लिया हुआ सैंडविच ज़मीन पर फेंक दिया।तभी उसकी एक सहेली व्यंग्य से बोली, ” इसके मायके में किसी ने ब्रेड देखा ही नहीं होगा..।” इतना सुनते ही ड्राइंग रूम में बैठी सुनीता … Read more

कम्प्रोमाइज  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : उसने कहा” मैं मां को साथ नहीं रखूंगा”। क्यों ?” जज ने पूछा “इस बुढ़ापे में तुम ही तो उसका सहारा हो फिर ये रवैया क्यूं”…। “मेरी बीवी नहीं चाहती उसका इगो हर्ट होता है” लड़के ने बनावटी बात बोली। “ये भी भला कोई बात हुई ,समझाओ बीवी को” ” … Read more

पतझड़ – संगीता त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुजाता का जब ब्याह हुआ था, अल्हड़ उम्र थी। अक्सर सासु माँ की डांट खाती। सासु माँ ने भी तय कर लिया था, छोटी बहु को सुधार कर ही दम लेंगी। अतः सुजाता पर उनकी पैनी नजर रहती थी। कब वो गलती करें, और उनको मौका मिले उसे डांटने और … Read more

समझौता नहीं समर्पण – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ अरे! यह क्या शुभी तुमने चाय के साथ वो वाले नमकपारे नहीं दिए माँ ने अपने हाथों से बनाकर भेजे थे।” “ इतने नमकीन तो है ना नाश्ते के बाउल में तभी आपको चैन नहीं, “भुनभुनाते हुवे वह नमक पारे लेने चली गयी। और राहुल मुस्कुराता रहा। कविता को … Read more

काजू कतली – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : लो सुमन.. तुम्हारी मनपसंद मिठाई काजू कतली लेकर आया हूं, तुम्हारे भतीजे शानू की शादी फिक्स हो गई है, 5 नवंबर को सगाई है ,और 25 नवंबर को शादी है! तोतैयारी अभी से शुरू कर दो, आखिर इकलौती बुआ हो और तुम्हारा लाडला भी तो है, चलो.. फटाफट मुंह खोलो … Read more

हां, मैं अपनी बेटी के साथ रहती हूं – अर्चना खंडेलवाल 

मैं और मेरी दुनिया, हम तीन लोग थे। जीवन से सारी खुशियां हमने चुरा ली थी| साथ में रहते हंसते-हंसते, बस जीवन जी रहे थे| ऐसा लगता था पूरे जीवन भर हमें साथ रहना है, पर ऐसा नहीं होता है, एक-एक करके हम मिलते हैं तो बिछड़ते भी है। आशु मेरे पति, जिंदादिली से जीते, … Read more

चाँद पर थूकना – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

“ बेटा तेरा गला नंगा क्यों हैं?” “ पहना तो है मंगलसूत्र माँ।”गले में हाथ फिरते हुए …अरे! मेरा मंगलसूत्र… कहाँ  गया…”संजना बोली। “देख बेटा कहीं उतर जार रखा होगा तुमने।” “ नहीं माँ! मैंने कहीं नहीं रखा… जब से तुमने बताया कि.. किसी भी माँ को अपना गला ख़ाली नहीं रखना चाहिए… तब से … Read more

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