ईमानदारी पर दाग – पुष्पा जोशी : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi : सज्जनसिंह के घर का दरवाजा दो दिनों से बंद था ।न घर से कोई रोशनी आ रही थी। शालिनी जी भी घर से बाहर नहीं निकली थी।पूरे मुहल्ले में कानाफूसी हो रही थी, अब घर में मुंह छिपाकर बैठे हैं, शर्म नहीं आई बेटे के साथ काला धन्दा करने … Read more

बदनुमा दाग – माता प्रसाद दुबे : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रामप्रसाद कस्बे के ईमानदार पढ़ें लिखे शरीफ आदमी थे,खेती उनका मुख्य पेशा था, कस्बे में उन्होंने एक दुकान भी खोल रखी थी,वे हमेशा दूसरों की मदद किया करते थे,पत्नी शांति देवी बड़ा बेटा प्रभात बेटी मालती बहू गीता नन्हा पोता अरूण उनके हंसते खेलते परिवार के सदस्य थे,सभी एक दूसरे … Read more

दाग – संगीता श्रीवास्तव : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi : ” अरे , सुयश की अम्मा! पूरे मोहल्ले में आपके बेटे की चर्चा हो रही है, क्या आपको नहीं पता?” मिश्राइन की यह बातें सुन सुयश की मां ने कहा,”क्या कह रही हैं आप? मैं कुछ समझी नहीं!” ” अरे बहन जी, बेटा सुयश और बैंक में उसके साथ … Read more

कसूरवार कौन – मंगला श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुरभि और सहज दोनों ही बड़ी कम्पनी में ऊँचे पद पर कार्यरत थे l सहज को तो कई कई दिनों तक कम्पनी के काम से बाहर ही रहना पड़ता था l कभी कभी विदेश में भी जाना पड़ता था, इस कारण वह घर पर पूर्ण रूप से ध्यान भी नहीं … Read more

बेटी – डॉ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मैं गर्भवती हूं तीसरी बार।सारा शरीर आलस्य एवं एक अनजान आशंका से सुस्त सा है। मैं उत्साहित न सही पर तीसरे बच्चे के लिए मानसिक रूप से तैयार तो हो ही गई हूं।सच,मां बनना भी अपने आप में एक अनोखा अनुभव है। पहले से दो बेटियां हैं रिद्धि और सिद्धि। … Read more

जज्बातों के रंग – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सर्दियों की शुरूआत थी,गुलाबी ठण्ड पड़ने लगी थी।स्वेटर की जरूरत जल्दी ही पड़ेगी ये सोच मैंने बॉक्स खोला, सबके स्वेटर को निकाल ही रही थी कि नजर पीले रंग से बुने उस स्वेटर पर पड़ी जो सबसे नीचे दबी हुई थी। उसे देख मेरी यादों की पोटली भी खुल गई। … Read more

गलती नहीं गुनाह ” – कुमुद मोहन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ” तुम अपनी बेटी को स्कूल क्यों नहीं भेजती”?रीमा ने  अपनी काम वाली संतो से पूछा? संतो–क्या बताऊं बीबीजी ,लडके को तो पढ़ाने को मेरा मरद तैयार है पर इस रंजू के लिए कहता है “दूसरे घर जाऐगी ,वहां संभालेगी,मेरे पास इसके ऊपर बर्बाद करने को पैसा ना है,वह तो … Read more

अपने पाँव में कुल्हाड़ी मारना : top 10 moral stories in hindi

जब मैं था तब हरि नही अब हरी है मैं नाहि…. – लतिका श्रीवास्तव    पीयूष बेटा तेरे पिता तुझे बहुत याद कर रहे हैं अंतिम समय में तुझे देखना चाहते हैं एक बार आ जा बेटा….दमयंती जी करुणा विगलित स्वर में अपने इकलौते चिराग पियूष से प्रार्थना कर रहीं थीं। मां कोशिश कर रहा … Read more

मेरे मायके में ऐसा करने की आपकी हिम्मत कैसे हुई? – अमिता कुचया : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज सोनम को चाचा के यहां शादी में जाना था सुबह -सुबह ही वे लोग शामियाना पहुंच गए। सुबह दस पहुंच कर देखा तो मैदान खाली था । फिर वह वहां पर हाल के पास पहुंची तब चाचा जी ने बताया सब लोग घर  से आ रहे हैं। मेहमानों के … Read more

आवाज़ – डॉ. पारुल अग्रवाल : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi : आज रजत की बेटी वान्या की शादी थी। वान्या खुशी-खुशी घर से विदा हो गई पर एक पिता का दिल अपने आपको समाज की बनाई प्रथाओं के आगे बहुत ही हारा हुआ सा महसूस कर रहा था। कई दिन की गहमागहमी और सारे काम का प्रबंध देखते देखते वो … Read more

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