” प्रीत की डोर ” – रणजीत सिंह भाटिया : Moral stories in hindi
Moral stories in hindi : ” चलो बेटा कुछ चाय नाश्ता ही कर लो…सुबह से कुछ भी नहीं खाया…. ” सुजाता जी अपने पड़ोसी के बेटे रजत से कह रही थी, जो कि उनकी बेटी रमा की शादी में सारी तैयारियां करवा रहा था, सुजाता जी ने आवाज लगाई ” अरे बेटा नीतू जरा इधर … Read more