सर्वगुण सम्पन्न बहुएं : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सरला तेरी दोनों बहुएं सर्वगुण सम्पन्न हो गयी हैं…. ऐसा तू कैसे कर पायी??मेरी बहुओं को तो ससुराल आयें 16 साल हो गए …अभी तक ढंग नहीं आया उन्हे काम करने का…मेरी राजू की बऊ तो भी ठीक से काम करती हैं पर छोटे की तो अभी तक कुछ ना … Read more

नशा –  अरुण कुमार अविनाश : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ” राय साहब कोई दूसरा किस्सा सुनायें।” – मैंने स्टेशन मास्टर राय साहब से अनुनय किया। रोज़ शाम की फिजिकल एक्सरसाइज करने के बाद – हम पार्क की बैंच पर बैठे सुस्ता रहें थे। ” किस तरह का किस्सा सुनना चाहोगे ?” – राय साहब बैंच की पुश्त से पीठ … Read more

“मां तो मां होती है।” – रश्मि श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : आज खुशी का में किसी भी काम में नहीं लग रहा था कारण था कल उसकी मां के गिरने की खबर का मिलना। रोज़ के काम वो चुपचाप किया जा रही थी पति बच्चों को उठाना,पूजा पाठ , उन सबका नाश्ता,टिफिन वगैरह तैयार कर के बच्चे स्कूल और पतिदेव ऑफिस … Read more

परवरिश – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

moral stories in hindi :नैना इशारों -इशारों में अपने माता-पिता को जल्दी से तैयार  होने के लिए कहती है।आज नैना के ब्यूटी पार्लर का उद्घाटन है।पिछले कुछ समय से शहर के पाॅश इलाके में अपना ब्यूटी पार्लर खोलने का उसका सपना था,जो आज साकार होने जा रहा है।खुशी से उसके कदम बार-बार थिरक उठते हैं … Read more

ये कैसा पितृ तर्पण – उषा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : रमाकांत भैया और हमारे घर के बीच बस एक दीवार का फासला है।हम दोनों को एक दूसरे के घर में बोली हुई और कही हुई बात सुनाई दे जाती है। साल भर पहले ही रमाकांत भैया के पिताजी चल बसे।हमें भी बहुत दुख हुआ था।उनकी माँ का छह माह तक … Read more

शक – सुषमा पांडे  : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : समंदर का पानी लहरों के रूप में किनारे पर जोरदार थपेड़े के साथ टकराकर वापस  जाता है तो अक्सर किनारों पर रह जातीं हैं छोटी छोटी मछलियाँ जो तड़प तड़प कर मर जाती हैं,ऊपर मंडराते पंछी इन मछलियों को झपटकर  अपनी चोंच में दबाकर उड़ जाते हैं।….कुछ इसी तरह की … Read more

चरित्रहीन औरतें – मोनिका रघुवंशी : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : हमारे यंहा रविवार की सुबह अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ सुकून भरी होती है सुबह के सात बजे तक आराम से उठो,पति मॉर्निंग वॉक पर निकले और मैं अपनी कड़क चाय की प्याली लेकर बालकनी में अपने नन्हे मुन्हे पौधों को निहार रही थी। तभी एक बड़ा सा ट्रक हमारे … Read more

अपना घर – सोनी शंडिल्य : Moral stories in hindi

अपना घर का सपना मैंने – तुमने साथ देखा। मुझे याद जब तुम जाते थे कही कोई घर देखने फिर लौट के आते थे, तुम्हारे मायूस चेहरे को देख मैं जान जाती थी की, जो तुम देखने गए थे वो हमारी पहुँच के बाहर है। तुम कई दिनों तक उदास रहते, कभी कभी तो रोते … Read more

बेवजह – डा. मधु आंधीवाल :Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :  रीना कमरे में थी अचानक नीचे से शोर की आवाजें आने लगी । लग रहा था जैसे किसी को कोई बहुत बुरी तरह पीट रहा हो । उसने नीचे झांक कर देखा सामने माथुर साहब का बेटा नकुल अपने ही ड्राइवर को बुरी तरह पीट रहा था । वह नीचे … Read more

नकचन: – मुकेश कुमार (अनजान लेखक) :Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : वो जो नाक के उपरी भाग में छोटा सा पहनते हैं वही ना? हाँ, भैया वही… ओह तो ऐसा बोलिए न की नाक का लौंग चाहिए। अब क्या करें भैया? हमारे गाँव में तो नकचन ही बोला जाता है। कोई बात नही… सोने की दिखाऊँ या चाँदी की? सोने की … Read more

error: Content is protected !!