बहू का भी घर है -प्रतिमा श्रीवास्तव :  Moral Stories in Hindi

कितना भला -बुरा कहोगी भाग्यवान। तुम थकती नहीं हो बहू को बोलते – बोलते। यही वजह है कि वो भी आदी हो चुकी है तुम्हारे इस व्यवहार से और नतीजा देखो की अब वो सिर्फ अपना काम करती है।उसका भावात्मक लगाव नहीं रहा है इस परिवार से। तुम को नहीं लगता की वो भी इस … Read more

 किराया दो या घर खाली कर दो – डॉ बीना कुण्डलिया  :  Moral Stories in Hindi

शकुन्तला जी कमर में हाथ रखे हाथों में दवाई का बंडल लिए धीरे धीरे अपने घर की तरफ वापस लौट रहीं थी। साफ जाहिर हो रहा था उनके कमर में पीड़ा और वो अस्पताल से आ रही हैं। घर के कुछ दूरी पर रास्ते में चार महिलाएं उनको देख आपस में धीरे धीरे फुसफुसाने, बड़बड़ाने … Read more

बड़ी बहू भी अब बोलने लगी है – मंजू ओमर :  Moral Stories in Hindi

अरे, कमला कुछ सुना तुमने , क्या हुआ साबित्री बहन।आज विमला की बड़ी बहू ने ऐसा जवाब दिया कि मैं तो सुनकर ही दंग रह गई। पहली बार उसके मुंह से ऐसी आवाज सुनी नहीं तो विमला की बड़ी बहू तो गऊ है गऊ।सीधी साधी ‌सी चुपचाप सारे घर का काम करती है और क्या … Read more

वो कौन थी – गीतू महाजन, :  Moral Stories in Hindi

गहराती रात में सड़क किनारे लगे पेड़ के नीचे वह पगली ना जाने कहां से आकर बैठ गई थी।बिल्कुल सुनसान सड़क पर शायद किसी का ध्यान उसकी तरफ गया ही ना होगा।अगली सुबह सब्ज़ी लेते वक्त अचानक निर्मला जी की निगाह उस पर पड़ी।मैले कुचैले कपड़े पहने, बिखरे बाल और बेतरतीब अवस्था में वह वहां … Read more

 गोश्तखोर – रवीद्र कान्त त्यागी :  Moral Stories in Hindi

दुनिया में साली कोई सबसे वाहियात जॉब हो सकती है तो वो है पुलिस की नौकरी. न समय का पता न जीवन की सुरक्षा. ऊपर से जिसकी आँखों में देखो अपने लिए नफ़रत ही दिखाई देती है. रातभर चैन से सो रहे शहर की सुरक्षा में उल्लू की तरह जागकर सुबह चार बजे तनिक कमर … Read more

जब तुम माँ बनोगी तब पता चलेगा – के कामेश्वरी :  Moral Stories in Hindi

सुचित्रा खाना बना रही थी कि फोन की घंटी बजी …… पति कृष्णमूर्ति सब्ज़ियाँ लाने के लिए बाज़ार गए हुए थे …….. इसलिए उसने ही फ़ोन उठाया …….. अभी हेलो कहा भी नहीं था कि बेटी सुधा ने कहा …… माँ मुझे आप से अर्जेंट काम आ गया है ……. दो दिन के लिए मेरे … Read more

 काली रात – हेमलता गुप्ता :  Moral Stories in Hindi

जितना उस काली रात को मुग्धा भूलना चाहती थी उतनी ही उसे तड़पाती!  उस काली रात को मरते दम तक नहीं भूल सकती! कितने खुश थे मुग्धा और रजत! नौकरी के सिलसिले में परिवार से दूर रहते थे, शादी को 4 साल हो गए थे किंतु अभी तक बच्चों का सुख उन्हें नसीब नहीं हुआ … Read more

बहनों का आपसी प्यार – अमिता कुचया :  Moral Stories in Hindi

रीमा जी खाने पीने की बहुत शौकीन थी, उन्हें कुकिंग का बहुत शौक था। जब से शुगर और ब्लडप्रेशर के साथ घुटने की समस्या हुई, वो खाने पर नियंत्रण रखने लगी। उनकी छोटी बहन सीमा आती तो वो सब भूल जाती है, उन्हें उससे इतना लगाव है कि उन्हें लगता था कि क्या- क्या बना … Read more

काली रात – डाॅ संजु झा :  Moral Stories in Hindi

आज भी कभी-कभी सीमा उस काली रात को याद कर सहम -सी जाती है।उस काली रात की परछाई उसे सपने में आज भी डरा जाती है।पल भर के लिए वह काली रात उसके मन-मस्तिष्क को जकड़ लेती है ,मानो उसकी सारी चेतना को अंधकार से ढॅंककर अपने आगोश में कैद कर लेती है। उससे छूटने … Read more

जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा – प्रतिमा श्रीवास्तव :  Moral Stories in Hindi

“मां जी आप इनके पीछे बच्चों जैसी पड़ी रहती हैं। हद्द हो जाती है कभी – कभी तो की बेटा ऑफिस से देर से आए तो गेट के पच्चीस चक्कर लगा डालती हैं। वैसे तो कहतीं हैं की आपके घुटने में दर्द है।जब तक ख़ाना नहीं खाते आप कुछ नहीं खातीं है। छोटे बच्चे हैं … Read more

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