अजीब दास्तां है ये – सुधा जैन

कादंबरी,… हां यही नाम था उसका जितना सुंदर नाम उतनी ही सुंदर थी वह… बड़ी बड़ी आंखें गोल चेहरा.. लंबे लंबे बाल बहुत ही आकर्षक… सुंदर …जितनी सुंदर उतना ही सुंदर गायन… जो भी उसे देखता … देखता ही रह जाता। महाराष्ट्र के नागपुर में जन्मी अपने  मम्मी पापा की छोटी लाडली बिटिया … बचपन … Read more

स्कूल – रश्मि स्थापक

“अरे! चंदू की दुकान खुल गई।” जय मन ही मन बुदबुदाया। घर के बिल्कुल सामने जूते-चप्पल सुधारने की छोटी सी गुमटी जिसे चंदू ने अपनी मेहनत से धीरे-धीरे कर खरीद भी ली थी जिसमें वह सुधारने के साथ ही साथ वह कुछ जूते बना भी लेता था। बीस साल से घर के सामने दुकान होने … Read more

“उलझन,” – मिनाक्षी राय 

लता आज बहुत परेशान थी उसकी उदासी और परेशानी उसके चेहरे पर साफ झलक रही थी l लता आज इस बात से परेशान थी, कि क्या इस बदलते माहौल में संयुक्त परिवार का एक साथ रहना कोई गुनाह है क्या?? आज लता अपने लिए जब नए घर के मालिक से मिलने गई तो उसका पहला … Read more

गोश्त और रोटी – रचना कंडवाल

उसने दाम चुकाया था, एक लाख रुपए। वो लड़की केवल सत्रह साल की थी। सुंदर, दुबली पतली, चेहरे पर उदासी उसकी खुद की बेटी से एक साल छोटी। उसके पास पैसा था और कुछ था तो रूखी बीवी की बेरुखी। इसने औरत के प्रति उसके मन में बेहद नफरत भर दी थी। उसका बदला उसने … Read more

वो “अपनी” सी – तृप्ति शर्मा

लिफ्ट की तरफ जाते हुए ,उससे लगभग टकराने से बची थी मैं, बचाने के लिए अपना हाथ दिया उसने, परिचित सा वो अहसास ,,जिसे सालों से जीने के लिए बहुत जतन किए थे मैंने। वही चेहरा,वैसी ही बड़ी बड़ी आंखें, जिंदगी जीने की चाहत लिए । आप ठीक तो है उसकी आवाज सुनी तो दबे … Read more

मैं तुम्हारी बुआ तो हूँ ही आज से माँ भी हूँ- अनुपमा

सभी लोग बहुत खुश है ,चारों तरफ हसी खुशी का माहौल है ,खाने की खुशबू फिज़ा मैं फैली है ,चारों तरफ जोर शोर से तैयारियां चल रही है , हर कोई व्यस्त है । निधि बेसब्री से इंतजार कर रही है आज कानपुर से उसके मायके से पूरा परिवार आ रहा है । उसके दोनो … Read more

मायका अब भी है  – गीता वाधवानी

 पिछले साल जब ज्योति की मां का देहांत हुआ था, तब उसे लगने लगा था कि अब मेरा मायका नहीं है। मां के बिना कैसा मायका? उसकी बड़ी भाभी पदमा उसके मायके आने पर सीधे मुंह बात तक नहीं करती थी, तो फिर छुट्टियों में उनके साथ कैसा रहना और समय बिताना। छोटे भाई मनोज … Read more

अजीज दोस्त – मीनू जायसवाल

#मायका  मैं रश्मि गुवाहाटी की रहने वाली एक साधारण सी लड़की बचपन से चंचल और हंसमुख स्वभाव की लड़की जो अब बिल्कुल संजीदा और शांत रह रही थी और दिल्ली में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी कर रही थी कॉलेज की छुट्टियां शुरू हो चुकी थी और हॉस्टल की भी सभी लड़कियां अपने अपने घर जा … Read more

मायका – नया जीवनदान – पूजा मनोज अग्रवाल

  “मम्मा …क्या पापा हमें हमेशा के लिए छोड़ कर चले गए हैं ? रिद्धि दीदी कह रही थी….. कि वो अब कभी वापस नहीं आएंगे , कहते – कहते रेणू की छोटी बेटी सिद्दि की आंखों से आंसुओं की अविरल धारा बह निकली ।    मूकबद्ध  रेणू ने अपनी दोनो बेटियों  सिद्दि और रिद्धि  के आसूं … Read more

धुंधली यादें –  प्रीती सक्सेना

        इस बार का विषय, बहुत रुलाएगा,, मुझे,, मातृविहीन बेटी,,, मम्मी के साथ बिताए दिनों को याद करेगी,, और आप सबके साथ अपनी भूली बिसरी स्मृतियों को सांझा भी करेगी।      अपनी शादी के चौथे साल ही,, मां के आंचल से छूट गई मैं,, हां,वो तीन साल जो मम्मी के सानिध्य में गुजारे,,, वो आज 33 साल … Read more

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