दृष्टि – बालेश्वर गुप्ता
ओ सरस्वती जरा पिंकी को तो दे, उसे दूध पिला दूँ. लाई – लाई, लो संभालो अपनी बेटी को, मुझे तो ये छोड़ती ही नही. एक बात तो बता सरस्वती, तू मेरा इतना ध्यान रखती है, मेरी बच्ची को तो एक तरह से तू ही पाल रही है, मेरा तेरा क्या रिश्ता है, भला? पिछले … Read more