मेरी दोनों बहू आपस में बहन जैसी रहती हैं : प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सरिता जी मायके आईं थीं। वैसे मायके के नाम पर बड़े भइया का परिवार था, छोटे भाई भाभी ने तो कभी रिश्ता निभाया ही नहीं था। बड़ी भाभी बड़े सरल स्वभाव की थीं, कभी भी मां – बाप की कमी नहीं खलने दिया था उन्होंने। परिवार को एक सूत्र में बांध कर रखने की पूरी … Read more

 अनोखा रिश्ता : डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

शांता चाची को मोहल्ले में सब “नारद मुनि” कहते थे,किसी की कोई जानकारी लेनी हो, नमक मिर्च लगाकर कोई बात इधर से उधर पहुंचानी हो,शांता चाची से बेहतर कोई ये काम नहीं कर सकता था। आजकल टॉप गॉसिप का विषय था सुलोचना जी की दोनो बहुएं…..अभी दो माह ही हुए थे उनके जुड़वां बेटों क्षितिज … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी : डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

मोहन बाबू का मन आज बहुत ही व्यथित और विचलित है। बार-बार पत्नी के उलाहनों से उनका ह्रदय विदीर्ण हो उठा है। सम्मान की सूखी रोटी के समक्ष उन्होंने पैसों की कभी भी परवाह नहीं की।उनके मन में आरंभ से गुरु के प्रति सम्मान की अवधारणा बनी हुई थी। उन्हें ज्ञात था कि गुरु अज्ञान … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी :  स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi

सड़क के किनारे एक टीन, जिसके नीचे वहीं एक बुजुर्ग व्यक्ति जिनकी आंखें नहीं थी, वो अपनी छड़ी के सहारे कोने में एक थैले को बगल में दबाए हुए खड़े ठिठुर रहे थे, क्योंकि पानी भरे होने के कारण बैठने की भी जगह नहीं बची थी। बरसात की तरह आज उनकी आंख का पानी भी … Read more

 भावशून्य : लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

दादी माँ प्रणाम, कहते हुए पैर छूकर विमला जी के पोता पोती अपनी माँ के साथ स्कूल के लिए चले गए। यह उनका प्रतिदिन का काम था, स्कूल जाते वक़्त दादी को उनके कमरा मे जाकर प्रणाम करना और फिर स्कूल के लिए निकल जाना और रात मे भी सोने जाने के पहले दादी को … Read more

 आपको बहू नहीं चलता फिरता रोबोट चाहिए : डॉली पाठक : Moral Stories in Hindi

जबसे बच्चों के स्कूल सुबह साढ़े छह बजे से हुए थे… शालिनी को सुबह के पांच बजे हीं जागना पड़ता था… और संयोग तो देखिए कि दोनों देवरानियां भी मायके चली गई हैं एक साथ…. दोनों के मायके में फंक्शन पड़ गया है…. शालिनी सुबह पांच बजे उठी तो सर्वप्रथम गैस पर ससुर जी और … Read more

 आपको बहू नहीं चलता फिरता रोबोट चाहिए : कविता अर्गल : Moral Stories in Hindi

 अरे!रमेश तुमने आरव की शादी तय करने में बहुत जल्दबाजी नहीं कर दी  कुछ दिन तो रुकता,लड़की का व्यवहार कैसा है? घर की जिम्मेदारियां निभा पायेगी कि नहीं कैसे क्या शौक है यह सब भी तो देखना पड़ता है। नौकरी के साथ साथ घर बाहर के  कर्तव्य पूरा कर पाएगी। अरे अम्माँ क्यों चिंता करती … Read more

 आपको बहु नहीं चलता फिरता रोबोट चाहिए : निमीषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

आपको बहू नहीं चलता फिरता रोबोट चाहिए जो सारा दिन आप लोगों की सेवा करता रहे और आप लोग आर्डर देते रहे।अब मुझसे ना हो पाएगा। मैं भी इंसान हूं मुझे भी तकलीफ़ होती है, दर्द होता है। क्या मैं थकती नहीं हूं।एक सांस में इतना बोलते हुए निम्मी फफक-फफकर रोने लगी। इतना शोर सुनकर … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी : प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

पापा जी!” जो कुछ बना है चुपचाप खा लिया करिए।ये रोज – रोज आपके नखरे उठाने के लिए मैं नहीं बैठीं हूं…एक तो दिन भर काम करो ऊपर से इनके नखरे झेलो… कविता बड़बड़ाती हुई कमरे से बाहर निकल गई। सुबह के नाश्ते का वक्त था और कविता ने कड़क सी थोड़ी जली रोटी सूखी … Read more

 फरेब : खुशी : Moral Stories in Hindi

गीत एक बड़े घर की सुंदर लड़की थी। कॉलेज का हर लड़का उससे दोस्ती करना चाहता था।उसकी एक सहेली थी मीता जो हर वक्त गीत के साथ रहती असल में तो वो गीत के पीछे इसलिए होती क्योंकि गीत उसे खिलाती पिलाती नई नई चीजें दिलवाती।इसी बीच उनके कॉलेज में राघव आया । राघव भी … Read more

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