सम्मान की सूखी रोटी – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

सरिता और मानसी पक्की सहेली थी बचपन से ही दोनों साथ में रहती हर काम एक साथ करती दोनों ने बी ए की परीक्षा साथ में उत्तीर्ण की।  और दोनों की शादी अलग-अलग शहर में हो गई गर्मियों की छुट्टी में कभी कभार दोनों की मुलाकात हो जाती थी। सरिता और मानसी दोनों फोन पर … Read more

 मेरी दोनों बहू आपस में बहन जैसी रहती है – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

शाम ढलने को थी।परिंदे भी अपने घर को लौट रहे थे । मैं घर के नजदीक वाले पार्क में जा बैठी मगर आज मन किसी से दो घड़ी बातें करने का नहीं कर रहा था ।  मुझे ऐसा लग रहा था आज मेरे मन के किसी कोने में उदासी जा कर बैठ गई है । … Read more

 आघात – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi

चौधरी मलखान सिंह के गन्ने के कोल्हू पर चहल-पहल थी। कढ़ाव में उबलते रस से मीठी बाप उड़कर सारे वातावरण को मधुर सुगंध से सराबोर कर रही थी। कई मजदूर गन्ना पेरने, खोई सूखाने और भट्टी में सूखी पत्तियों की झोंक लगाने में मगन थे। सफेद धोती कुर्ता पहने और कंधे पर काले सफेद चैक … Read more

 बहू, मैं यहां मुफ़्त का नहीं खाती हूं। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी, मेरे ऑफिस जाने का समय हो रहा है, आप यश को दूध पिला देना और कूकर में उसके लिए थोड़ी सी खिचड़ी चढ़ा देना, और हां यश दोपहर को जब सोकर उठे तो ओरेंज जूस भी बना देना, उसमें बर्फ मत डालना, नहीं तो गला पकड़ लेगा और नियति जब स्कूल से आयें … Read more

 मीठी छुरी चलाना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

काॅलेज में खुबसूरत शीना को देखते  ही अमन उस पर लट्टू  हो गया था।  अमन दिलफेंक  किस्म का इंसान था।उसे पढ़ाई -लिखाई से कोई मतलब नहीं था।वह काॅलेज में शीना के आगे -पीछे घूमा करता था। आखिरकार अपनी चिकनी -चुपड़ी बातों से उसने शीना को अपने प्रेम जाल में फाॅंस ही लिया। सामान्य परिवार की … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी – सुनीता माथुर : Moral Stories in Hindi

   आयुष मां को पड़कर कमरे में लाता है और जोर-जोर से रोने लगता है—– मां आपको नौकरों की तरह काम करता देखकर मेरा मन दुखी हो जाता है——- पूरे दिन आप काम करती रहती हो! कोई भी आपका खाने-पीने का ध्यान नहीं रखता!——- आज मैं इंजीनियर हो गया हूं अब मैं अपने लिए सोचूंगा?—- और … Read more

 सात फेरे – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

बड़ी मन्नतों के बाद लाली का विवाह तय हो पाया था। गुणों की खान थी,बात व्यवहार और मददगार के रूप में पूरे गांव में सबकी जुबान पर सिर्फ लाली का नाम रहता था,पर क्या ही मायने रहता है इस समाज में जहां रूप ही सबसे ज्यादा मायने रखता है। सांवली सलोनी सी थी लाली यही … Read more

 इंसान हूं रोबोट नहीं – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

आज आफिस से निकलने में श्रुति को पूरा एक घंटा लेट हो गया था । कुछ काम आ गया था जिसको पूरा करना था आज के ही आज बांस का आदेश था कि फाइल आज पूरी होनी चाहिए। फिर बाहर आकर बस पकड़ने में भी देरी हो गई क्योंकि रोज जो एक घंटे पहले बस … Read more

 बहुएं – खुशी : Moral Stories in Hindi

गीता जी  और मोहन जी दोनो पति पत्नी थे।गीता जी जहां मिलनसार थी मोहन जी नपा तुला बोलने वाले वो बैंक में क्लर्क थे और अपने परिवार से दूर  रुड़की में रहते थे। उनके दो बेटे थे देव और विपुल बेटे भी पिता जैसे ही शांत स्वभाव के थे।इसलिए गीता को बेटी की बड़ी चाह … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी – विमला गुगलानी  : Moral Stories in Hindi

  “ अरी अचला, जल्दी हाथ चला,अभी तक तुझसे चादरें नहीं बदली गई, दोनों कमरे अच्छें से साफ करना, रावी को धूल मिट्टी से बहुत एलर्जी है” मनु बस पहुंचने ही वाला होगा” सावित्री ने मेड अचला को डांटते हुए कहा।  “ और तुम प्रीति अभी तक तुमसे रसोई का काम पूरा नहीं किया गया, भटूरे … Read more

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