मतभेद भले हो, मनभेद नहीं – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi
मतभेद भले हो, मनभेद नहीं-कहानी “ ओहो, निशू, आज फिर दूध उफन गया, तेरा ध्यान किधर रहता है , देवर जी को बाहर तक छोड़ तो आई थी?” सरू ने निशू को मीठी डांट पिलाते हुए कहा। “ वो दीदी, क्या है कि दूध को भी मुझसे प्यार हो गया लगता है, ज़रा सी नजर … Read more