मतभेद भले हो, मनभेद नहीं – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

मतभेद भले हो, मनभेद नहीं-कहानी “ ओहो, निशू, आज फिर दूध उफन गया, तेरा ध्यान किधर रहता है , देवर जी को बाहर तक छोड़ तो आई थी?” सरू ने निशू को मीठी डांट पिलाते हुए कहा। “ वो दीदी, क्या है कि दूध को भी मुझसे प्यार हो गया लगता है, ज़रा सी नजर … Read more

सम्मान की सूखी रोटी – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

समीक्षा, लक्षित जी से शादी कर भरे पूरे परिवार में आई। घर में लक्षित की मां के अलावा के दो बड़े भाई थे ।जिसमें से सबसे बड़े भाई साहब, विनय शादीशुदा थे और उनकी पत्नी और दो बच्चे थे। मंझला भाई शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ था तो, सासू मां उसके साथ ही व्यस्त … Read more

स्वरा – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

अलार्म बजे जा रहा था और स्वरा बार-बार उसे snooze करके 5 मिनट की एक्स्ट्रा नींद लेने की कोशिश कर रही थी। बार-बार इस तरह अलार्म बजने से उसका हस्बैंड रमेश चिड़चिड़ा गया “स्वरा, पता नहीं कितना आलस भरा है तुममें। अलार्म बजते ही नहीं उठ सकती क्या? सारी नींद खराब कर दी है। आदमी … Read more

चैन की नींद – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

    ” लो बेला..पानी पी लो..आज तो लगता है..बहुत थक गई हो..।” बेला को पानी का गिलास थमाते हुए रामनाथ ने पूछा तो वो पानी पीते हुए नीचे बैठ गई और बोली,” हाँ भईया..आज हम महिलाओं को सीमेंट की बोरियाँ भी ढ़ोनी पड़ी थी..पर कोई बात नहीं..रूही और आपको देखकर सारी थकान उतर गई..मैं अभी खाना … Read more

आत्म मंथन – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

कितनी उम्मीदों से शहर आया था कार्तिक कि उसकी जॉब लग जाएगी और वो अपनी मां को भी यहीं बुला लेगा अपने पास। कार्तिक एक होनहार इंजीनियर था जिसे उसकी मां ने बड़ी मेहनत से पढ़ाया था,भले ही अपने यहां का वो टॉपर था लेकिन दिल्ली जैसे महानगर में आकर उसे महसूस हुआ कि यहां … Read more

“टूटी तकदीर के रंग” – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

गाँव की पगडंडी पर नीरा की चप्पलों के निशान उसकी ज़िंदगी की तरह धुँधले पड़े थे। पिता का देहांत होने पर घर में रखा कुम्हार का चाक टूट गया था। माँ कहती, “हमारी तकदीर फूट गई है, बेटी।” पर नीरा की उँगलियाँ मिट्टी को सहलाने के लिए बेचैन रहतीं। एक दिन उसने टूटे चाक के … Read more

हैप्पी  न्यू इयर – सुधा शर्मा : Moral Stories in Hindi

   क्या गजब चल रही थी पार्टी, शानदार आयोजन । शराब और शबाब का समायोजन, बहुत खूबसूरत ।पूरे शहर के चुनिंदा खास बिजनेस मैन अपनी पत्नियों के साथ मौजूद थे।            नीलम खूब  सुन्दर लग रही थी , खूब महँगी  शिफान की साडी खूब गहरा मेकअप, डायमंड की खूबसूरत ज्वैलरी, होठों पर मुस्कान  चिपकाये , आखिर पति … Read more

मैंने अपना फर्ज निभाया – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

श्यामलाल पढ़े-लिखे और समझदार इंसान थे । गांव में उनकी चलती थी किसी के घर कोई लड़ाई झगड़ा होता तो वह तुरंत ही सुलाझाते थे । श्यामलाल ने बी ई किया था 1970 में । और उनकी अच्छी खासी नौकरी शहर में लगी हुई थी…  लेकिन उनका मन गांव में रमता था… 2 साल लगभग … Read more

हम बड़े हैं, छोटो से क्यों सीखे? – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

सुनो कल्पना! वह जो कल गोंद के लड्डू बनाए थे ना? उसे पूरा रख देना सूटकेस में, भावना को इसकी अभी सख्त ज़रूरत है, मुझे तो पता ही है तुम्हारी चटोरी आदत, कुछ ना कुछ रख ही लोगी, आशा जी ने अपनी बड़ी बहू कल्पना से कहा  आशा जी यह सब कह ही रही होती … Read more

जिल्लत के छप्पन भोग – मनीषा भरतीया : Moral Stories in Hindi

बाबूजी कब तक मुफ्त की रोटियां तोड़ते रहेंगे?? चलिए उठिए  जाकर बाजार से सब्जी और फल ले आइए…. और हां यह लीजिए 10 किलो गेहूं  है…”इसका आटा भी पिसवा कर ले आइएगा!  “लेकिन प्रिया बेटा तुम तो जानती हो कि मैं 10 दिन से बुखार से पीड़ित था… आज अभी तो बुखार उतरा है… मेरे … Read more

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