उल्टा दांव – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

आज संजना सिर पटक रही थी कारण श्वसुर जी को उसने छोड़ दिया था परिणाम आज पूरे एक करोड़ रूपए की पुरस्कार राशि से हाथ धोना पड़ा। अरे कुछ करो,सारे पैसे वह डाइन मधु डकार लेगी।-संजना अपने पति राकेश को चिल्लाते बोली। मैं क्या करूं,तुमने झगड़ा किया, तुम अलग हुई ,जब दीदी के पति मरे … Read more

काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती – खुशी : Moral Stories in Hindi

रमा ब्याह कर एक भरे पूरे घर में आई जहां सास ससुर, ताऊ और ताई सास गायत्री देवी ननद देवर सब मिले। ताई को बहुत घमंड था कि उनके परिवार में सिर्फ लड़के है।उनके 3 लड़के और सासूजी के 2 पर सासू मां को एक बेटी गीता होने पर ताने सुनाती तूने खानदान की परंपरा … Read more

अंधेरे में खिली मुस्कान – ज्योति आहूजा: Moral Stories in Hindi

धनिया रोज़ की तरह काम पर जाने से  पहले बेटी से कहते हुए, “नूरी चिटकनी लगा ले  बेटा।इतने में बेटी हाथ में एक फूल देते हुए कहती है।”मां! आज तू आराम कर।आज तेरा जन्मदिन है ना।आज बर्तन मैं मांज कर आयूंगी तेरे घरो के। अरे!” आज मेरा जन्मदिन है।हैरान होती धनिया ने कहा। हां मां।आधार … Read more

जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा, घर में तो सबसे ऐसा सुनने की आदत ही डाली हुई थी निधि ने लेकिन अब तो दफ्तर में भी यही हो रहा था। निधि ने अपने सारा काम निपटाने के लिए लंच भी नहीं करा था और जब समय पर वह घर जाने के लिए उठी तभी … Read more

काला तवा – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

     सुनो जी,आज अपने गांव में गाड़िया लुहार आये हैं, उधर से निकलो तो एक तवा उनसे खरीद लाना।    क्यो भागवान, पहले तवे का क्या हुआ,जो नया मंगा रही हो?       असल मे वह छोटा पड़ता है जी।आप चाहते हैं पानी के हाथ की बड़ी करारी रोटी,वही आपका लाडला भी चाहता है।आज आया हुआ है तो कहेगा … Read more

अर्थी वाली दुल्हन – संजय मृदुल :  Moral Stories in Hindi

माँ! तुम्हीं ने तो कहा था कि लड़की की दो बार बिदाई होती है वो मायके से डोली से उतरती है ससुराल में फ़िर वहाँ से अर्थी में विदा होती है। लो देखो मैं कितनी जल्दी ससुराल से विदा हो रही हूँ। अर्थी अच्छे से सजाई है न इन लोगों ने? पापाजी को कहना देख … Read more

जाति – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

क्या आप जानते हैं कि जैसे इंसानों में ऊंची जाती, पिछड़ी जाति, दलिल आदि जातियां होती है उसी तरह जानवरों में भी जातियां होती हैं? नहीं जानते? तो सुनो, इंसानों की जातियां भगवान ने नहीं बल्कि हम इंसानों ने ही बनाई है। शास्त्रों में जातियों का उल्लेख अवश्य है पर उनके साथ ऊंच नीच का … Read more

जब तुम माँ बनोगी, तब पता चलेगा – लक्ष्मी त्यागी : Moral Stories in Hindi 

सुनीता एक महीने से, अपने घर पर ही, रह रही थी, उसकी मम्मी परेशान थीं, कि अब बेटी का इतने दिनों तक मायके में रहना उचित नहीं है। वो चाहती थीं कि उसे अब अपने घर चले जाना चाहिए किन्तु कह भी नहीं पा रहीं थीं ,कहीं बेटी को बुरा न लगे ,कि अब ये … Read more

पति पत्नी और धोखा – गीतू महाजन : Moral Stories in Hindi

दरवाज़े की घंटी ने डाइनिंग टेबल पर ऊंघती हुई माहिरा को उठा दिया था।अपने पति राघव का इंतज़ार करती माहिरा को लगा कि दरवाज़े पर उसका पति ही होगा पर दरवाज़ा खोलते ही सामने पड़ोसन नित्या का पति सार्थक खड़ा था।नित्या आज शाम को मायके जाते हुए उसे अपने फ्लैट की चाबी थमा गई थी। … Read more

वो काली रात – प्रतिमा पाठक : Moral Stories in Hindi

कहाँ खोई हो वसुधा…?कहता हुआ राज उसके पास पहुच गया,पर वसुधा अपनी ही धुन में खोई हुई थी , उसे राज के आने की भनक भी न हुई।तभी राज ने उसके कंधा पर हाथ रखा तो वसुधा की तंद्रा टूटी। क्या हुआ फिर वही सब सोच रही हो?क्यों तुम बार बार एक ही बात को … Read more

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