मेरी लक्ष्मी है – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
” हाय राम! फिर से बेटी…मेरी तो#तकदीर फूट गई…।” कहते हुए गिरिजा जी ने अपने दोनों हाथों से माथा पकड़ लिया और धम्म..से सोफ़े पर बैठते हुए बड़बड़ाई, न जाने मैंने कौन-सा पाप किया था जो… विवाह के पाँच बरस बाद भी जब गिरिजा जी की गोद सूनी ही रही तब उनके पति बोले,” शायद … Read more