ख्वाब जो बिखर गये (भाग 2)  – रीमा महेंद्र ठाकुर 

निहारिका  बैचेनी से चहलकदमी  कर रही थी !  धीरे धीरे  अन्धेरा  बढ रहा था  , अब तो उसे  डर भी  लग रहा था , उसके  कदम समीर के रुम की  ओर बढ गये ।   तभी सामने से आता दिखा समीर , वो  दौड़कर समीर के गले लग कर रो पडी, समीर ने उसे  चुप  … Read more

अहमियत – मोहम्मद उरूज खान : Moral stories in hindi

सुनो! तुम्हारा पसंदीदा रंग कौन सा है? नाश्ते की टेबल पर अख़बार पढ़ रहे शशांक जी ने पूछा। इस तरह अपने पति के मुँह से इस तरह की बात सुन बराबर में बैठी नाश्ता कर रही उनकी पत्नि शिवानी जी ने हेरत से उनकी तरफ देखा और बोली ” क्या पूछा आपने? ऐसे क्या देख … Read more

अहमियत – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

कभी-कभी रिश्तों की अहमियत व्यक्ति को देरी से समझ में आती है।जिन्दगी में परिस्थितियाँ बदलती हैं,उन्हीं के अनुसार व्यक्ति को भी बदलने में ही भलाई है।यह बात अब आशा जी की समझ में आ चुकी थी। आशाजी ,जो अपने गाँव  के बड़े मकान में अपने पति के साथ सुखपूर्वक रहती थीं।साल में एक-दो बार  छुट्टियों … Read more

बेटी के साथ ही गलत क्यो ? -संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” नीलू भाग गई ” आज मोहल्ले मे हर किसी की जुबान पर यही बात थी । अठारह वर्षीय सीधी साधी सी नीलू जो घर से बाहर कदम ना रखती थी वो कैसे इतना बड़ा फैसला ले बैठी । और उसका किसी लड़के से चक्कर था ये बात तो किसी को हजम भी नही हो … Read more

क्या किस्मत है? – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

   आशी की शादी को 10 वर्ष बीत चुके थे। अभी तक उसकी गोद खाली थी। पूजा पाठ, हर तरह से इलाज हो चुका था लेकिन किस्मत थी कि उस पर खुश ही नहीं हो रही थी। न जाने क्यों किस्मत उसके साथ ऐसा खेल खेल रही थी। अब तो उसकी सास और रिश्तेदार भी … Read more

गृहलक्ष्मी – निभा राजीव “निर्वी” : Moral stories in hindi

   मधु ने ससुर जी को चाय का कप पकड़ाया और सासु माँ को चाय का कप पकड़ा ही रही थी कि ससुर जी ने चुस्की लेते हुए तृप्त होकर लाड़ से कहा ,”- वाह क्या चाय बनाई है बिटिया! तुम्हारा नाम मधु है और चाय भी बिल्कुल वैसी ही बनाई है। इस चाय के … Read more

गिन गिन कर पैर रखना – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

यार तुम इतनी जल्दबाजी में काम क्यूँ करती हो…. सुबह से ही किचेन में तुम्हारे बरतन गिरने लगते है …. सबको शोर से उठा देती हो….. नींद खराब कर दी…..  रवि अपनी पत्नी सुलभा से झल्लाते हुए  बोला….  सही बोला बेटा तू …. एक तेरी बड़ी भाभी है ऊपर रहती है …. पता ही नहीं … Read more

कैसा जमाना आ गया – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

 सुलभा जबसे शादी समारोह से आई थी तबसे उसका मन बड़ा खिन्न सा था ।वो सोंच रही थी कैसा जमाना आ गया है। आजकल लड़के लड़कियों में लाज शर्म बिल्कुल रह ही नहीं गया है। उसके मन में विचारों का तर्क वितर्क चल रहा था , साथ ही उसे किटी में भी जाना था सो … Read more

किस्मत के खेल निराले – शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi

अमर को उसके माता पिता ने बड़े अरमानों से कोटा कोचिंग करने के लिए भेजा था ताकि वह जिदगी में कुछ बन सके। उसे एक PG में कमरा दिलाकर, कौचिंग में प्रवेश कराकर फीस भर उसके लिए आवश्यक सामान जुटाकर  सुदेश जी (पिता) लौट गए और बेफिक्र हो गए कि अब तो उनका बेटा डाक्टर … Read more

इंसानियत का रिश्ता – करूणा मलिक  : Moral stories in hindi

सेवकराम  , बाहर क्यों बैठे हो ? अंदर आ जाओ । बारिश के साथ तेज़ हवाएँ चल रही हैं । हाँ मैडमजी , इस बार तो ज़्यादा तेज़ हवा चल रही हैं । देखो , भगवान की क्या इच्छा है ? शिखा को महसूस हुआ कि जैसे सेवकराम उसकी बात का जवाब न देकर अपने … Read more

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