कल की आई – अन्नु गोन्द : Moral Stories in Hindi

“सुजाता ओ सुजाता जल्दी आओ, देखो मयंक हम सब को छोड़ कर जा रहा है”- दीनानाथ चिल्लाते हुए पत्नी सुजाता को बुलाया रहे थे । दीनानाथ जी की आवाज सुन सुजाता जी कमरे से बाहर आ गई | बाहर आकर उन्होंने जो घर का नजारा देखा तो उनकी आँखों को विश्वास नहीं हुआ । बाहर … Read more

बेटा हुआ पराया – शैलबाला रवि : Moral Stories in Hindi

माँ हमारा  बैंगलुरू जाना  कनफर्म हो गया है ओर परसों की फलाइट है। क्या ? माँ ने खिन्नता से पूछा। बेटा पहले नही बताया ओर टकिट बुक करते समय भी  नही बताया ? बस माँ यूंही काम की व्यस्तता के कारण दिमाग से निकल गया। ठीक है जाओ हमारा आशिर्वाद है। अंबिका बेटे के व्यवहार … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

*रिश्तों की महक* पुष्पा जोशी कल किसी परेशानी के चलते,राज ने  सुमी की बहिन को बिना सोचे समझे उल्टा-सीधा बोल दिया,वह चली गई, सुमी को बहुत बुरा लगा, मगर वह कुछ नहीं बोली, उसके ऑंसू देखकर राज को अपनी गलती का एहसास हो गया। कल राज की दीदी पूरे पॉंच साल बाद विदेश से आने … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

न्याय – मंजू ओमर आज बहू के व्यवहार से शांता बहुत दुखी थी ‌‌‌‌‌वोकुर्सी पर बैठीं बैठीं सोंच रही थी मैंने भी तो अपनी सास के साथ कुछ अच्छा व्यवहार नहीं किया था ।फूटी आंख न सुहाती थी सास मुझे।और आज वही सब मेरी बहू मेरे साथ कर रही है ।सच ही कहा है ऊपर … Read more

“रंग-ए-हिजाब” – आसिफ़ा कायनात : Moral Stories in Hindi

घर के सारे फ़ोन घनघनाऐ जा रहे , मोबाइल, लैंडलाइन..,  लेकिन ख़ुशख़बरी मिलते ही बदहवास सी तबस्सुम शुक्राने की दो रकात नमाज़ अदा करने मुसल्ले पर जो जाकर खड़ी हुई .., तो दुपहर से असर का वक़्त होने को आया,  तबस्सुम की दो रकात नमाज़ ख़त्म होने का नाम ही ना ले । सजदे में … Read more

तृप्ति – अनु नेवटिया : Moral Stories in Hindi

___ निर्मला जी आज घर पर अकेली थीं, बेटा, बहु और पोता- पोती सब बाहर खाने गए थे। जाना तो उन्हें भी था, पर उनकी तबियत कुछ ठीक नहीं थी, और आज कई महीनों के बाद ये प्लान बना था तो जाना कैंसिल करके वो बच्चों को उदास नहीं करना चाहती थी, इसलिए उन्होंने सबको … Read more

दादी मां – विनय मोहन शर्मा : Moral Stories in Hindi

  राहुल के पिता कांति प्रसाद एक छोटे से कस्बे में अध्यापक थे। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राजेश्वरी देवी भी अपने पति के साथ ही रहती थी। राहुल गांव में अपनी दादी मां के साथ ही रहता था, वह अपनी दादी मां का बहुत लाड़ला था। राहुल के पिता कांति प्रसाद छुट्टियों में घर पर आते तो … Read more

मन के तार वर्सेस साइंस – चांदनी~ खटवानी : Moral Stories in Hindi

******* दादी मां को अस्पताल से डिस्चार्ज मिल गया था.. सौरभ उनको घर ले आए थे.. पिछले महीने ब्रेन स्ट्रोक आया था.. इतने दिन वहां रह कर भी कुछ विशेष सुधार नहीं हो रहा ‌था.. सिर्फ आंखें कभी-कभार खोलती पर ना किसी बात पर एक्सप्रेशन देती और ना ही कुछ रिएक्ट करतीं.. रिकवरी बहुत स्लो … Read more

स्वावलम्बी बेटियां – नेमीचन्द गहलोत, : Moral Stories in Hindi

बालिकाएं अपने सिर पर जल से भरे कलश रख पन्द्रह दिन तक चलने वाले पर्व पर गीत गाते गणगौर पूजने जा रही थी ।  पुराने खेजड़े के नीचे वे कलश रख कर शिव पार्वती के रूप में गवर व ईसर की पूजा करती थी । हरी हरी दूब से पानी की छींटे बरसाकर वरदान मांगती  … Read more

वैलेंटाइन डे – शालिनी दीक्षित : Moral Stories in Hindi

हाथ में पकड़े, सिद्धार्थ के अंतिम पत्र को देखते हुए सरिता की नजरें अपने क्वार्टर के लॉन में खिले गुलाब के फूलों पर स्थिर हो गई । “मैम हम एक गुलाब तोड़ना चाहते हैं। ” किसी लड़की की आवाज सुनकर वह पीछे मुड़ी। लड़कियों का पूरा एक समूह था शायद अपनी हॉस्टल वार्डन से कुछ … Read more

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