नंनद – सविता शर्मा : Moral Stories in Hindi

शादी को लेकर हर लड़की के अरमान होते हैं हर रिश्ता बड़ा ही खास होता है ।पर कभी-कभी कुछ अपने रिश्ते ऐसे जख्म दे देते हैं जो जिंदगी भर नहीं भरते। ऐसी  कहानी जया और, नंनद,की  जया की शादी माता-पिता ने बड़े धूमधाम से करें ।जया के घर वालों को यही पता था कि लड़का … Read more

ननद – संतोष शर्मा : Moral Stories in Hindi

हेलो नीरूजी,मैं रोहित की मम्मी सुमन बोल रही हूं ।मैं एक दम घबराई..कैसे है आप? हम ठीक है दो दिन बाद रोहित के छुट्टी पङ रही है आप कहे तो रोहित और  आपकी अनुजा को मिलवा देते है  हेलो… नीरूजी क्या ठीक  रहेगा.. मैंने कहा हाँ-हाँ  ठीक रहेगा।उधर से सुमनजी की आवाज  आई ठीक है … Read more

मेरी प्यारी ननद! – कुसुम अशोक सुराणा : Moral Stories in Hindi

वैसे तो हॉस्पिटल के बिस्तर पर नींद बहुत मुश्किल से आती थी लेकिन दवाईयोंसे कभी-कभार झपकी लग ही जाती थी। डनलोप की गादी, वातानुकूलित कमरा, गज़ब की शान्ति, सेवा में परिचारीकाएं फिर भी चैन कहाँ था?  थोडीसी झपकी लगी नहीं कि अवचेतन मन में अतीत की किताब के पन्ने फड़फड़ाने लगते और गुजरे लम्हें दिल … Read more

” मुझ से शादी करोगी?” – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

बचपन का साथी सुहास जब भी पूछता, स्वाति मना कर देती। धीरे धीरे बडे हो गये वे। उसने स्वाति से प्यार-भरे अंदाज में पुछा, ” मेरी प्रिया बनोगी?” वह चुप रही। पता नहीं उसके मन क्या था। वह क्या चाहती थी? अपनी पढाई, करिअर बनाने व्यस्त पता ही नहीं चला, सुहास कब उससे दूर चला … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

ससुराल में हक – ऋतु दादू   खाने की टेबल पर बैठा पति खाने में कद्दू की सब्जी देख चौंक गया, अरे ये क्या बना दिया, तुम्हे बताया था ना कि हमारे घर किसी को कद्दू पसंद नहीं है। जवाब मां ने दिया, हमारे घर में अब बहु भी शामिल है और इसको पूरियों के साथ … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

सम्मान का हक़ – रश्मि प्रकाश   “शादी से पहले ही तुम्हें बता दिया था… मेरी माँ ,भैया भाभी और बच्चों को हमेशा अपनापन और सम्मान देना होगा तुमने भी मुझसे यही कहा था और मैं वो सब निभा भी रहा हूँ फिर तुम आज माँ और भाभी से ऊँची आवाज में बात कैसे कर रही … Read more

नव जीवन – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

चिलचिलाती धूप में, सिर पर आंचल ओढ मीता बढती जा रही थी।  “इतना अपमान? मेरे माता पिता गरीब है तो क्या हुआ?” “अपने बेटे का घर बसाने के लिए कैसे हाथ जोडकर आये थे सास ससुर जी।” मीता मन ही मन बडबडा रही थी। कैसे बीमार दादी का बहाना बनाकर झटपट शादी की थी ससुराल … Read more

कृतज्ञता! – कुसुम अशोक सुराणा : Moral Stories in Hindi

“मन्या! दो कप चाय लाओ! साथ में गर्म नाश्ता” बच्चू जोर से चिल्लाया! उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उसकी प्रिय शिक्षिका वझे बाई (तब मैडम कहने का चलन नहीं था) उस के सामने खड़ी है! वह तपाक से उठा और उसने उनके पैर छुएँ और उन्हें कुर्सी पर बैठने की विनती की … Read more

‘ननद’ – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

मिथिला की ननद मोहिनी उसकी हम उम्र थी। ननद भाभी के रिश्ते से ज्यादा दोनों प्यारी सखियां थी। दोनों की पसंद,  रहन-सहन, विचार, व्यवहार मेल खाते थे। सबको लगता वे दोनों बहने ही हैं। साईकिल सवार हो दोनों साथ प्रशाला जाती। मिथिला बाहर से ही मोहिनी को पुकारती। जब कभी मोहिनी का भाई आतिश घर … Read more

आपने मेरे भाई को अपने वश मे कर लिया है : Moral Stories in Hindi

“सासू माँ आप यह कैसी बात कर रही है??? संजना मेरी छोटी बहन जैसी ही है… मेरी हम उम्र है… मैं भला क्यो उसकी बातों का बुरा मानूँगी ।” “ नहीं बहू … वो घर में सबसे छोटी और सब भाइयों की दुलारी है ना… इसीलिए कभी-कभी ऐसी बातें कह देती है…।” “ कोई बात … Read more

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