बड़ी बहू – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi

मालती देवी के तीन पुत्र और दो पुत्रियां थी। बड़ा बेटा पढ़ने में बहुत अच्छा था। वह एमबीबीएस की तैयारी कर रहा था। गांव समाज के लोग शादी का दबाव डाल रहे थे और दीपक अभी शादी के लिए तैयार नहीं था। मालती देवी का स्वास्थ्य भी खराब चल रहा था। सभी बच्चे शादी के … Read more

बड़ी बहू – नेमीचन्द गहलोत : Moral Stories in Hindi

 विवाह में इतनी भागदौड़ होने के बाद भी विद्या के चेहरे पर थकावट की  सिकन तक नहीं थी !  मेहमानों की आवभगत, परिवार की महिलाओं व रिश्तेदारों से मिलने व बच्चों से स्नेह की औपचारिकता बेखूबी से हंस हंस कर निभा रही थी । वह धम धम करते घर की छत पर चढ़ी । जहाँ … Read more

“मा, मेरी पत्नी की जगह आपकी बेटी होती तो…” – अभिषेक शर्मा : Moral Stories in Hindi

यह कहानी एक छोटे से गांव की है, जहां एक किसान का परिवार सुख-शांति से रहता था। किसान का नाम रमेश था, और उसकी पत्नी का नाम सुनीता था। दोनों की शादी को दस साल हो चुके थे, और उनके एक प्यारी सी बेटी भी थी, जिसका नाम रिया था। परिवार के सदस्य हमेशा एक-दूसरे … Read more

लौटता वसंत – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi

 आभा..सोसाइटी की सबसे कम उम्र की सदस्या थी ।सोसायटी ज़्यादातर संभ्रांत ,वृद्ध लोगों ने ख़रीद रखी थी। जिनमें कुछ अकेलेपन से शिकार थे ,तो कुछ अपनों के सताए हुए थे। तथाकथित विकसित समाज के ,विकसित लोगों का सुविधायुक्त वृद्धाश्रम था वह। सभी ने अपने अपने छोटे छोटे फ्लैट ख़रीद रखे थे। और अपनी सभी सुविधाएँ … Read more

घर टूटने पर आखिर हर बार बेटे-बहू को ही दोष क्यों दिया जाता है?? – निकिता गर्ग : Moral Stories in Hindi

गाँव के एक छोटे से घर में, सुनील और कविता अपने बेटे सुमित और बहू प्रिया के साथ रहते थे। सुनील और कविता ने अपने जीवन की सारी मेहनत और प्यार से इस घर को बनाया था। जब सुमित की शादी प्रिया से हुई, तो सबने सोचा कि अब घर में खुशियों की बहार आएगी। … Read more

बड़ी बहू – अनिता मंदिलवार सपना : Moral Stories in Hindi

       बड़ी बहू का घर में आगमन होने वाला था । घर सजा हुआ  और सभी उत्साह से तैयारी कर रहे थे । ननद और देवर तो बारात में गए थे और वैवाहिक कार्यक्रम का लुत्फ उठा रहे थे । इधर घर पर सास, चाची सास, बुआ सास, मामी सास सम सभी प्रतीक्षा में थे । … Read more

बडी बहू – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

आज रमा ने बेटी का ब्याह कर बेटे बहू दोनों का फ़र्ज़ निभाया है।सास कांता की आंखों से आंसू निकल रहे थे और वह बार बार बहू का हाथ चूम रही थी। ले बहू चाय पी ले-जब सास ने प्याला हाथ में दिया तो चौंक गयी।आज सारा काम पूरा हो गया। वह चाय पीते हुए … Read more

क्या बड़ी बहू होना उसका अपराध था – उर्मिला मोहता : Moral Stories in Hindi

आज मैं अपने पसंदीदा शहर पहुँची तो लगा कि ये गलियाँ ,ये हवायें और यन्हा की ख़ुशबू मेरा स्वागत कर रही है और मैं भी उन पुरानी यादों को तरोताज़ा करने के लिए  बहुत उत्सुक थी । क़रीब पाँच दशक पूर्व विवाह के बाद इस धरा पर कदम रखा था । घर की बड़ी बहू … Read more

मिट जानी हैं दूरियां – साहिबा टंडन : Moral Stories in Hindi

मालती की बोर्ड परीक्षाएं बस शुरु होने की थीं. सुजाता दिन रात उसका ख्याल रख रही थी. अनिल भी ऑफिस से आते जाते मालती को उसकी तैयारियों के बारे में पूछ लेते थे. मालती कोचिंग सेंटर भी जाती थी. हालांकि कोचिंग संस्थान दूर था और बच्चे भी क्षमता से ज्यादा थे पर अनिल और सुजाता … Read more

खट्टे रिश्ते हो गए मीठे – नेमीचन्द गहलोत : Moral Stories in Hindi

आंगन में बैठे सभी बातें कर रहे थे । गजेन्द्र चार पाई पर लेटकर आकाश को निहारते हुए बोला “कितना सौभाग्यशाली है ये सौर परिवार जिसमें सितारे, सप्तर्षि मंडल, ग्रह, नक्षत्र सब साथ रहते हैं, न किसी से ईष्या और न किसी से द्वेष! सब अपनी मर्यादा और कर्तव्य निष्ठा के प्रति प्रतिबद्ध ! आपस … Read more

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