प्रेम पुष्प – रश्मि वैभव गर्ग  : Moral Stories in Hindi

आलीशान कोठी, नौकर चाकर, अपार संपत्ति.. बड़ी कंपनी की मालकिन.. सबकुछ तो था सोना के पास। यथा नाम तथा काम..। मिट्टी को हाथ लगाती सोना बन जाता। बस कमी थी तो.. साथी की। एकाकी पन उसे कसक देने लग गया था। अपने माँ बाप की इकलौती संतान होने के बावजूद सोना को विरासत में तो … Read more

तोहफ़े वर्सेस प्यार – डॉ ऋतु अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

        राधेश्याम जी के छोटे बेटे की शादी को हुए अभी कुल तीन महीने ही हुए थे कि घर का वातावरण कुछ बोझिल सा रहने लगा। हँसती,खिलखिलाती छोटी बहू दीप्ति के चेहरे पर उदासी साफ दिखाई देती थी।           “क्या बात है मीना? दीप्ति बहू कुछ उदास सी दिखाई देती है। जब शादी होकर आई थी, तब … Read more

नंनद – राजेश इसरानी : Moral Stories in Hindi

मै ससुराल में अभी अभी आई थी कुल मिला कर एक सप्ताह हुआ था। ससुराल में मेरे पति के अलावा मेरी सास ससुर और एक देवर एक नंनद थी। मुझे मिला के कुल 6 सदस्य थे परिवार में। अभी शादी को 7 दिन ही बीते थे  तो कुछ मेहमान अभी भी घर पर ही थे … Read more

नंनद – सविता शर्मा : Moral Stories in Hindi

शादी को लेकर हर लड़की के अरमान होते हैं हर रिश्ता बड़ा ही खास होता है ।पर कभी-कभी कुछ अपने रिश्ते ऐसे जख्म दे देते हैं जो जिंदगी भर नहीं भरते। ऐसी  कहानी जया और, नंनद,की  जया की शादी माता-पिता ने बड़े धूमधाम से करें ।जया के घर वालों को यही पता था कि लड़का … Read more

ननद – संतोष शर्मा : Moral Stories in Hindi

हेलो नीरूजी,मैं रोहित की मम्मी सुमन बोल रही हूं ।मैं एक दम घबराई..कैसे है आप? हम ठीक है दो दिन बाद रोहित के छुट्टी पङ रही है आप कहे तो रोहित और  आपकी अनुजा को मिलवा देते है  हेलो… नीरूजी क्या ठीक  रहेगा.. मैंने कहा हाँ-हाँ  ठीक रहेगा।उधर से सुमनजी की आवाज  आई ठीक है … Read more

मेरी प्यारी ननद! – कुसुम अशोक सुराणा : Moral Stories in Hindi

वैसे तो हॉस्पिटल के बिस्तर पर नींद बहुत मुश्किल से आती थी लेकिन दवाईयोंसे कभी-कभार झपकी लग ही जाती थी। डनलोप की गादी, वातानुकूलित कमरा, गज़ब की शान्ति, सेवा में परिचारीकाएं फिर भी चैन कहाँ था?  थोडीसी झपकी लगी नहीं कि अवचेतन मन में अतीत की किताब के पन्ने फड़फड़ाने लगते और गुजरे लम्हें दिल … Read more

” मुझ से शादी करोगी?” – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

बचपन का साथी सुहास जब भी पूछता, स्वाति मना कर देती। धीरे धीरे बडे हो गये वे। उसने स्वाति से प्यार-भरे अंदाज में पुछा, ” मेरी प्रिया बनोगी?” वह चुप रही। पता नहीं उसके मन क्या था। वह क्या चाहती थी? अपनी पढाई, करिअर बनाने व्यस्त पता ही नहीं चला, सुहास कब उससे दूर चला … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

ससुराल में हक – ऋतु दादू   खाने की टेबल पर बैठा पति खाने में कद्दू की सब्जी देख चौंक गया, अरे ये क्या बना दिया, तुम्हे बताया था ना कि हमारे घर किसी को कद्दू पसंद नहीं है। जवाब मां ने दिया, हमारे घर में अब बहु भी शामिल है और इसको पूरियों के साथ … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

सम्मान का हक़ – रश्मि प्रकाश   “शादी से पहले ही तुम्हें बता दिया था… मेरी माँ ,भैया भाभी और बच्चों को हमेशा अपनापन और सम्मान देना होगा तुमने भी मुझसे यही कहा था और मैं वो सब निभा भी रहा हूँ फिर तुम आज माँ और भाभी से ऊँची आवाज में बात कैसे कर रही … Read more

नव जीवन – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

चिलचिलाती धूप में, सिर पर आंचल ओढ मीता बढती जा रही थी।  “इतना अपमान? मेरे माता पिता गरीब है तो क्या हुआ?” “अपने बेटे का घर बसाने के लिए कैसे हाथ जोडकर आये थे सास ससुर जी।” मीता मन ही मन बडबडा रही थी। कैसे बीमार दादी का बहाना बनाकर झटपट शादी की थी ससुराल … Read more

error: Content is protected !!