नई  दिशा – अनिता मंदिलवार “सपना” : Moral Stories in Hindi

रीना के बेटे ने आज ऐसे खुशखबरी दी थी कि रीना के पैर  धरती पर नहीं पड़ रहे थे । मारे खुशी के आज तो नींद भी नहीं आ रही थी ।  रीना के गले में उसका बेटा रोहित बाहें डालकर कहा था मुझे आपको कुछ बताना है माँ और यह कहते हुए उसका गोरा … Read more

“समझौता अब नहीं” – समिधा नवीन वर्मा : Moral Stories in Hindi

बाजार में अचानक अपने बचपन की सहेली को देख मुझसे रहा नही गया । मैने उसे आवाज़ लगाई। उसने मुड़कर देखा भी ,पर न जाने क्यूं मुझे अनसुना कर वो तेजी से आगे बढ़ गई । मुझे लगा वो मुझे नज़रअन्दाज़ कर रही है । बारहवीं तक मै और विशाखा साथ साथ पढ़े थे ।स्वभाव … Read more

शहाबो की बारात – हेमलता श्रीवास्तव  : Moral stories in hindi

मेरा विवाह संभ्रांत परिवार में हुआ था और खेती-बाडी भी थी, विवाह के कुछ दिनों बाद जब  सासूमां के साथ उनके गांव गई तो आदतन  मुझे हर जगह डर लग जाता था पर नई होने के कारण किसी से कुछ कह न पाती।  एक दिन पति से पूछ ही लिया आपको डर नही लगता लाइट … Read more

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नयी दिशा – डा० विजय लक्ष्मी : Moral stories in hindi

बारिश की बूँदें खिड़की से टकरा रही थीं, और कैफे के भीतर आकाश चुपचाप मेजें साफ कर रहा था। कभी जो हाथ ब्रश से सपनों के रंग भरते थे, आज वही हाथ झूठी प्लेटें समेट रहे थे। भीड़ के शोर में भी उसका मन अजीब सी खामोशी में डूबा बुझा सा था। “क्या यही मेरी … Read more

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अब और नहीं – सुधा शर्मा : Moral Stories in Hindi

 करुणा खुद को विकट मानसिकता से निकालने  का प्रयास कर रही थी । क्या आसान था यह? किसी बात की भी हद होती है ।  कितना कितना सहन किया था ।होश  संभालने  से लेकर आज तक ।क्या उसकी तकलीफें कभी खत्म नहीं होगी ।   चारों तरफ देखो लडकियों  कितनी सहज जिंदगी जी रही है … Read more

संशय – डॉ ऋतु अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

         “सुनो जी! मुझे लगता है कि पारुल के मायके से जो तीज-त्योहार पर सामान आता है न, वह स्वयं अपने माई को रुपए भेज देती है और उसका भाई आकर सारे नेग पूरे कर जाता है।”कविता ने अपने मन का संशय अपने पति प्रदीप के समक्ष ज़ाहिर करते हुए कहा।          “छोड़ो भी यार! जब बहू … Read more

बीस साल बाद – परमा दत्त झा : Moral Stories in Hindi

आज दस दिन बाद जब वे कमरे पर आये तो चौंक गए।कारण मंत्री रघुवीर ने बीस हजार रूपए भेजे थे। साथ में पत्र भी था उसमें फोन नंबर भी दिया था। फोन करते ही प्रणाम किया और बोला -सर आपने पहचाना। अरे बेटा रघु ,तुमने पैसे क्यों भेजे? सर यह तो आपके उपकार के बदले … Read more

समझौता अब नहीं। – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

“बहुत हो गया। हर बार मैं ही समझौता करूं? नहीं अब ये नहीं होगा।” मंगला ने अपनी सास जानकी देवी से कहा। ” क्या फर्क पड़ता थोडा तुम समझौता कर लेती बडी? छोटी नई नवेली है। थोडे दिनों में हमारे रंग में रंग जायेगी। थोडा समय तो लगेगा ही।” ” माँ जी, जब से इस … Read more

चेतना….. – प्रतिक्षा हरिपूरकर : Moral Stories in Hindi

चेतना… संवेदना… ये भावनाएँ हर किसी को जन्म के साथ प्रकृति द्वारा कम या ज़्यादा मात्रा में प्रदान की जाती हैं… कोई भी व्यक्ति दूसरे व्यक्ति की चेतना, संवेदना को जितना समझता है, वह उस व्यक्ति के उतना ही करीब जाता है… समान दुःखी या समान विचारों वाले लोग जल्दी जुड़ जाते हैं क्योंकि उनकी … Read more

फुलवा और फूली – हेमलता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सुनो” 21 दिन का सरकार ने लॉक डाउन लगाया है “पति के इतना कहते ही मुझे तुरंत बेटे का ख्याल आया. हम अपने गांव में हर नवरात्रि में आते हैं मंदिर में श्रृंगार करने और नवरात्रि मनाने, कन्या पूजन करने .इस बार भी आए थे पर यहां आते ही पता चला कि सरकार ने कोरोनावायरस … Read more

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